घरेलू उड़ानों के चालू करने हेतु विमानन कंपनियों ने डीजीसीए को सौंपी रिपोर्ट

नई दिल्ली,17 मई (आरएनएस)। लॉकडाउन के चौथे चरण के दौरान घरेलू उड़ानों को दोबारा चालू करने का रास्ता साफ हो गया है। घरेलू एयरलाइंस कंपनियों ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और देश के हवाई सेवा नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशक (डीजीसीए) को अपने विमानों की एयरवर्दीनेस (उड़ान योग्य पूरी तरह फिट) रिपोर्ट सौंप दी है। ये रिपोर्ट उस तय प्रोटोकॉल के तहत उठाई गई हैं, जिसमें फ्लाइटों का दोबारा संचालन चालू करने से पहले विमानों की स्थिति का ब्योरा जमा कराया जाना अनिवार्य किया गया है। मंत्रालय के एक सूत्र ने एयरलाइंसों की तरफ से रिपोर्ट मिलने की पुष्टि भी की है।
केंद्र सरकार ने घरेलू विमान सेवाओं को कुछ तय दिशानिर्देशों के साथ चालू करने की योजना बनाई है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई भी आदेश किसी एयरलाइंस को जारी नहीं किया गया है। इससे पहले उड्डयन मंत्रालय ने हवाई सेवा से जुड़े सभी हितधारकों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का एक ड्राफ्ट जारी किया था। इस ड्राफ्ट में 80 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों के उड़ान भरने और केबिन में सामान ले जाने पर पाबंदी लगाई गई थी। साथ ही यात्री को 20 किलोग्राम से कम का एक ही चेक-इन बैगेज रखने का निर्देश देने की बात थी। इस ड्राफ्ट पर विमान संचालकों और एयरलाइंस कंपनियों को अपने सुझाव देने थे। हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने विमान सेवाओं को दोबारा चालू करने के लिए की जा रही तैयारियों का विस्तृत ब्योरा मंत्री समूह (जीओएम) के सामने पेश किया था। इन्हीं तरीकों का इस्तेमाल वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से भारतीयों को वापस लाने के लिए संचालित की जा रही फ्लाइटों में किया जा रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने भी घरेलू विमान सेवाओं को कुछ प्रतिबंधों के साथ जल्द चालू किए जाने का संकेत अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल पर दिया था। यात्री विमानों के संचालन पर 17 मार्च से घोषित लॉकडाउन फिलहाल 17 मई तक के लिए लागू है। गौरतलब है कि घरेलू विमान संचालकों में इंडिगो के पास 260, स्पाइसजेट पर 120, एयर इंडिया का 155 और विस्तारा का 41 विमानों का बेड़ा है।
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