शराब मंहगी होने के बाद भी लंबी-लंबी कतारें, लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां

0-दिल्ली सरकार ने बढ़ाए 70 फीसदी दाम
नई दिल्ली,05 मई (आरएनएस)। कोरोना महामारी के बीच सरकारों को राजस्व जुटाने का एक बड़ा जरिया मिल गया है और वह है शराब की बिक्री। लॉकडाउन 3.0 का सोमवार को पहला दिन था। गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन्स के मुताबिक शराब की दुकानें खोलने की छूट मिल गई थी और इस छूट का खासा फायदा लोगों ने उठाया। 24 मार्च से हुए लॉकडाउन के बाद जो लोग अभी तक अपने घरों से नहीं निकले थे वो भी शराब खरीदने की होड़ में अपने घरों से निकले और सुबह 6-7 बजे से शराब के ठेकों के सामने लंबी-लंबी कतारें लग गईं।
इस दौरान कई राज्यों से तो सामाजिक दूरी बनाए हुए शराब खरीदारों की तस्वीरें भी आईं तो कई राज्यों में नियमों की धज्जियां उड़ी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का आलम कुछ ऐसा था कि लोग एक के ऊपर एक चढ़कर शराब खरीदते हुए देखे गए। जिसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए शराब की दुकानें बंद करवा दी। कश्मीरी गेट, बुराड़ी जैसे इलाकों में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। करोल बाग थाने के एसएचओ मनिंदर सिंह ने बताया था कि शराब की दुकान के बाहर लोग शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे थे, इसलिए शराब की इस दुकानें बंद करा दी गईं।
बता दें कि गृह मंत्रालय ने सोमवार से लॉकडाउन की अवधि दो और सप्ताह के लिए बढ़ा दी थी और ग्रीन तथा ऑरेंज जोन में शराब और तंबाकू की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को खुली शराब की दुकानों में से कई को भीड़ के अनियंत्रित होने और शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन न करने की वजह से बंद करना पड़ा। सरकारी अधिसूचना के अनुसार, शराब बेचने वाली दुकानों पर शारीरिक दूरी बनाए रखने संबंधी नियम का पालन करना होगा और एक समय में दुकान पर पांच से अधिक लोग मौजूद नहीं रह सकते है।
रिकॉर्ड तोड़ हुई बिक्री
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक सोमवार को शराब की दुकानों ने बिक्री के मामले के रिकॉर्ड कायम किए। कर्नाटक सरकार ने तो शराब की बिक्री से महज एक दिन में 45 करोड़ रुपए कमाए तो आंध्र प्रदेश में 40 करोड़ रुपए। जबकि उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग ने पहले दिन प्रदेश की 26 हजार दुकानों से करीब 100 करोड़ रुपए के राजस्व का अनुमान लगाया था। महाराष्ट्र की बात करें तो प्रदेश के आबकारी विभाग मई महीने में शराब की बिक्री से लगभग 2,000 करोड़ रुपए कमाने का लक्ष्य रखा है। एक अधिकारी ने बताया कि सरकार शराब की बिक्री से रोजाना 80-100 करोड़ रुपए की कमाई करेगी।
दिल्ली सरकार ने 70 फीसदी बढ़ाए दाम
सोमवार को उमड़ी भीड़ देख दिल्ली सरकार ने शराब में स्पेशल कोरोना फीस को शामिल करने का निर्णय लिया। बता दें कि मंगलवार से दिल्ली में शराब प्रिंट रेट से 70 फीसदी ज्यादा मूल्य में मिलेगी और इसकी शुरुआत हो भी चुकी है। यानी की 500 रुपए एमआरपी वाली शराब 850 रुपए में तो 1,000 रुपए वाली शराब की कीमत 1,700 रुपए में मिलेगी।
हालांकि, दिल्ली के केजरीवाल सरकार ने 70त्न स्पेशल कोरोना फीस लगाने का फैसला किया और उम्मीद जताई कि इसकी वजह से दुकानों में कम भीड़ होगी। इतना ही नहीं प्रशासन ने उन दुकानों की लिस्ट भी जारी की जहां पर शराब मिलेगी।
टाइमिंग बढ़ाने का मिला सुझाव
अभी दिल्?ली में सुबह 9.30 से शाम को 6 बजे तक ही शराब की दुकानें खुली रहेंगी। हालांकि सोमवार को दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने एक रिपोर्ट तैयार की और सुझाव दिया कि दुकानों पर भीड़ कम करने के लिए शराब की बिक्री का समय बढ़ाया जाना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया कि भीड़ से बचने के लिए शराब की बिक्री का समय बढ़ाया जा सकता है और दुकानों पर शराब का पर्याप्त स्टॉक होना चाहिए क्योंकि लोग अपनी आवश्यकता से अधिक खरीद लेंगे।
दाम बढऩे के बाद भी लंबी-लंबी कतारें
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में शराब के दामों में 70 फीसदी का इजाफा होने के बावजूद लंबी-लंबी कतारें लगी हुईं हैं। इतना ही नहीं दिल्ली के चंद्रनगर क्षेत्र से एक वीडियो भी सामने आया जहां पर एक व्यक्ति कतारों पर खड़े लोगों पर फूल बरसा रहा है।
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