विदेशों में फंसे छात्रों की वापसी के लिए विशेष अभियान की तैयारी
0-रोजगार गंवाने वाले और घूमने गए लोगों के फंसे होने पर भी सरकार की नजर
0-दूतावासों-उच्चायोगों के जरिए तैयार हो रही सूची
0-सेना के डाक्टरों के इस्तेमाल पर भी हुआ विमर्श
नई दिल्ली,19 अपै्रल (आरएनएस)। कोरोना के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी केलिए सरकार बड़ा अभियान चलाने की तैयारी में है। सरकार दूतावासों और उच्चायोगों के जरिए दूसरे देशों में फंसे छात्रों, रोजगार गंवाने वालों और पर्यटन वीजा पर दूसरे देशों में जा कर फंस गए लोगों की सूची तैयार करा रही है। इनके स्वदेश वापसी के लिए सरकार में शीर्ष स्तर पर लगातार माथापच्ची हो रही है। इस क्रम में सेना के डाक्टरों की भी मदद लेने पर मंथन हुआ है। इसके अलावा एयर इंडिया को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
दरअसल कोरोना के संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, सिंगापुर, रूस, जर्मनी, अमेरिका, मलेशिया, फीलीपिंस में जैसे कई देशों में हजारों छात्र फंसे हुए हैं। कोरोना के कारण इन देशों में लॉकडाउन है और शिक्षण संस्थाओं के साथ साथ हॉस्टल भी बंद हैं। इसके अलावा करीब 5000 ऐसे लोग हैं जो घूमने या अपने परिजनों से मिलने विदेश गए थे, मगर इसी बीच हवाई सेवा बंद होने के कारण फंस गए। जबकि खाड़ी सहित कई देशोंं में हजारों की संख्या में लोग रोजगार गंवाने के कारण संकट में हैं।
सूत्रों ने बताया कि फिलहाल विभिन्न देशों में कार्यरत दूतावास और उच्चायोग ऐसे लोगों की सूची तैयार कर रहा है। अब तक की सूचना के मुताबिक करीब 35 हजार ऐसे लोग हैं जिन्हें तत्काल मदद की जरूरत है। यही कारण है कि सरकार में उच्च स्तर पर इनकी स्वदेश वापसी का रोडमैप तैयार करने पर लगातार मंथन चल रहा है। इसी क्रम में दो दिन पूर्व देश के डाक्टरों के कोरोना के मोर्चे पर व्यस्त होने के कारण ऐसे लोगों की स्वदेश वापसी के लिए सेना के डाक्टरों की मदद लेने पर भी चर्चा हुई।
कोरोना संक्रमितों के लिए लंबा होगा इंतजार
फिलहाल 55 देशों में 3336 भारतीय कोरोना पॉजिटिव हैं। अकेले खाड़ी देशों में यह संख्या 2000 है। कोरोना पॉजिटिव लोगों को स्वदेश लाने की फिलहाल संभावना नहीं है। सूत्रों का कहना है कि मुख्य मुश्किल खाड़ी सहित कई देशों में कोरोना के कारण हजारों की संख्या में लोगों के बेरोजगार होने का है। बेरोजगार हुए लोग भी स्वदेश वापसी के लिए दूतावासों-उच्चायोगों से लगातार मदद मांग रहे हैं।
छात्रों को मिल सकती है वरीयता
फिलहाल सरकार स्वदेश वापसी के लिए विदेशों में अध्ययनरत छात्रों को वरीयता देने का मन बना रही है। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए विदेशों में फंसे छात्रों की सूची करीब करीब तैयार है। विदेश मंत्रालय के अधिकारी लगातार एयर इंडिया के संपर्क में हैं।
००