हिमाचल प्रदेश में है एक दिन में एक करोड़ हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन गोलियां बनाने की क्षमता
0-राज्य के पास 40 लाख गोलियों का स्टॉक
0-जो कंपनी दवा बनाने में आगे आएगी उसे लाइसेंस जल्द दिया जाएगा
नई दिल्ली,11 अपै्रल (आरएनएस)। वायरस से लडऩे के लिए प्रदेश के पास मौजूदा समय में 40 लाख हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन की गोलियों का स्टॉक उपलब्ध है। इस महामारी से लडऩे के लिए हिमाचल प्रदेश में स्थापित कई दवा उद्योगों को प्रतिदिन एक करोड़ गोली बनाने की क्षमता है। यह देश – विदेश के लिए राहत भरी खबर है , लेकिन एक दिन में एक करोड़ गोलियां बनाने की क्षमता उसी सूरत में हासिल हो सकती है , जब इस दवा के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चा माल समय पर मिलता रहे। कोरोना वायरस के बाद कई देशों में अचानक इस दवा की मांग बढ़ गई है। प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कहा कि हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन दवा की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य सरकार ने तय किया है कि जो भी कंपनी इसके निर्माण को लेकर आगे आएगी , उसे तुरंत लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा। कर्फ्यू के कारण फार्मा उद्योगों को जो भी दिक्कत है , उसे तुरंत दूर किया जा रहा है। राज्य के डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के कई फार्मा उद्योगों के पास प्रतिदिन 02 लाख से लेकर एक करोड़ गोलियां बनाने की क्षमता है , बशर्ते उन्हें कच्चा माल मिलता रहे।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन दवा बनाने का लाइसेंस इस प्रदेश में अवस्थित 50 दवा निर्माता कम्पनियों को है। अमेरिका सहित कई अन्य देशों से मांग आने के बाद केंद्र ने इस दवा के निर्माण के साथ उत्पादन में तेजी लाये जाने का निर्देश दिया है।केंद्र के निर्देश के बाद राज्य सरकार ने भी सम्बंधित दवा उद्योगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कारगर कदम उठाने लगी है।
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