लॉकडाउन पर शनिवार को सीएम के साथ बैठक के बाद अंतिम फैसला

0-पीएम ने सर्वदलीय बैठक में दिया संकेत
0-बड़े बदलावों के प्रति किया आगाह कहा-पहले की तरह नहीं
नई दिल्ली,08 अपै्रल (आरएनएस)। कोरोना से निपटने केलिए लगाया गया देशव्यापी लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकता है। इस पर अंतिम फैसला 11 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली एक और बैठक के बाद लिया जाएगा। बुधवार को पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की गई सर्वदलीय बैठक में लॉकडाउन बढ़ाने के संकेत दिए।
विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत में पीएम ने एक चरणबद्घ ढंग से लॉकडाउन खत्म करने का संकेत देते हुए कहा कि भविष्य में देश और दुनिया में बड़ा बदलाव आने की बात कही। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन एक झटके में खत्म नहीं किया जा सकता। यह भी कहा कि कोरोना से पहले और कोरोना के बाद की जिंदगी एक जैसी नहीं रहने वाली। इस दौरान ज्यादातर दलों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने तो कुछ ने इसे आंशिक रूप से खत्म करने की सलाह दी। बीजेडी-जदयू ने लॉकडाउन को आंशिक रूप से खत्म करने का सुझाव दिया। गौरतलब है कि इससे पहले यूपी, मध्यप्रदेश और तेलंगाना के सीएम ने लॉकडाउन बढ़ाने का अनुरोध किया था।
बीजेडी संसदीय दल के नेता पिनाकी मिश्रा ने बताया कि पीएम ने कहा कि उन्हें जिस प्रकार की सूचना देश भर से मिल रही है, उस हिसाब से लॉकडाउन हटाना मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन की अवधि पूरी होने से पहले वह 11 अप्रैल को सभी राज्यों के सीएम के साथ बैठक कर उनकी राय लेंगे। इसके बाद ही लॉकडाउन पर अंतिम फैसला होगा। इस दौरान पीएम ने कोरोना के कारण बड़ा बदलाव आने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद की दुनिया कोरोना के पहले जैसी नहीं रहेगी।
इन नेताओंं ने की शिरकत
सर्वदलीय बैठक में टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय, कांगे्रस के गुलाम नबी आजाद, शिवसेना के संजय राउत, बीजेडी के पिनाकी मिश्रा, एनसीपी के शरद पवार, एसपी से रामगोपाल यादव, शिरोमणि अकाली दल से सुखबीर सिंह बादल्, बीएसपी से सतीश चंद्र मिश्रा, वाईएसआर कांग्रेस से विजय साई रेड्डी और मिथुन रेड्डी, जेडीयू से राजीव रंजन सिंह ने हिस्सा लिया। लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा हमने प्रधानमंत्री से हर मोर्चे पर समर्थन करने का वादा किया। लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने, यातायात सेवा को फिलहाल स्थगित रखने और लॉकडाउन के दौरान गरीबों तक अनाज और जरूरी चीजें पहुंचाने की व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया।
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