अब 15 दिन के अंतर पर ही हो सकेगी गैस सिलिंडर की बुकिंग
नई दिल्ली,30 मार्च (आरएनएस)। कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन की वजह से लोग पैनिक बाइंग कर रहे हैं, जिसे रोकने के लिए लगातार अपील की जा रही है। अब सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने भी कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों से ‘पैनिक बुकिंगÓ नहीं कराने की अपील की है।
इंडियन ऑयल के अध्यक्ष संजीव सिंह ने आश्वस्त किया कि देश में रसोई गैस की कोई कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति पूरे देश में सुचारू है. पेट्रोल, डीजल या रसोई गैस को लेकर कोई किल्लत या कोई दिक्कत नहीं है। विशेषकर रसोई गैस के लिए आश्वस्त करना चाहता हूं कि आप लोग निश्चिंत रहें. एलपीजी की आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही है और चलती रहेगी. ग्राहकों से निवेदन है कि पैनिक बुकिंग न करें. इससे सिस्टम पर अनावश्यक दबाव पड़ता है. हमने अब यह व्यवस्था शुरू की है कि कम से कम 15 दिन के अंतर से पहले ग्राहक रिफिल बुकिंग नहीं करा सकेंगे। कंपनी का कहना है कि अब 15 दिन के अंतर पर ही रसोई गैस की बुकिंग कराई जा सकेगी।
रसोई गैस की मांग बढ़ी
लॉकडाउन के बाद से देश में पेट्रोल-डीजल की खपत तो कम हुई है, लेकिन रसोई गैस की मांग बढ़ गई है. अब तक ग्राहकों के बुकिंग पर कोई समय सीमा लागू नहीं थी. आम उपभोक्ताओं को एक साल में पहले 12 घरेलू रसोई गैस सिलिंडर पर सब्सिडी मिलती है, जबकि उसके बाद सब्सिडी नहीं मिलती.
पिता के निधन के बावजूद आपूर्ति में जुटे रहे इंडियन ऑयल के चेयरमैन
देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के दिन ही सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल के चेयरमैन के पिता का निधन हो गया था, लेकिन संजीव ने उसके बावजूद 24 घंटे में निर्बाध तेल आपूर्ति के काम में जुट गए। जब से राज्यों ने कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रतिबंध की घोषणा की है, तब से संजीव तेलशोधक कारखाने के ऑपरेशन और वितरण की पूरी चेन का काम देख रहे हैं। संजीव के 89 वर्षीय पिता का 24 मार्च को निधन हो गया था।
कोरोनो से गैस सिलिंडर डिलीवरी कर्मचारी को मिलेंगे 5 लाख
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने कहा है कि एलपीजी वितरक कर्मचारियों में से किसी भी सदस्य का कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अगर निधन होता है तो उसके परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलेगी। कंपनी के परिपत्र के अनुसार कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए यह निर्णय किया गया है कि वितरण क्षेत्र से जुड़े किसी कर्मचारी की कारोना वायरस संक्रमण के कारण मौत होती है तो उसके पति/पत्नी को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। कंपनी के कार्यकारी निदेशक सुनील माथुर (एलपीजी वितरण और विपणन प्रभारी) की तरफ से जारी परिपत्र में कहा गया है कि पति/पत्नी के नहीं रहने पर यह राशि निकट परिजन को दी जाएगी।
००