मप्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंची भाजपा
नई दिल्ली,16 मार्च (आरएनएस)। मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच सोमवार को विधानसभा में राज्यपाल लालजी टंडन का अभिभाषण हुआ। इसके तुरंत बाद विधानसभा 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा में कमलनाथ सरकार को अल्पमत में बताते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है।
सुप्रीम कोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से दायर इस याचिका में अगले 48 घंटों के भीतर मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की गई है। इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होने की संभावना है। सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार ने बताया कि याचिका में कुछ खामियां हैं। यदि उन खामियों को दूर कर लिया जाता है तो शिवराज सिंह चौहान की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी। इससे पहले पल-पल बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एमपी विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को शुरू हुई। राज्यपाल लालजी टंडन ने एक मिनट से भी कम का अभिभाषण देकर इसकी शुरुआत की। उनका भाषण पढ़ा समझ लिया गया। राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा कि जिसका जो दायित्व है वो उसका निर्वहन करे। सभी संविधान और परंपरा का पालन करें. मध्य प्रदेश के गौरव की रक्षा हो। इस बीच विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिसके बाद 26 मार्च तक विधानसभा स्थगित कर दी गई।
००