मुख्यमंत्री भैंसामुड़ा में आयोजित समाधान शिविर में हुए शामिल
कोरबा,15 मार्च (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा है कि लोक सुराज अभियान सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन का जमीनी स्तर पर आंकलन करना है। सुशासन के सपने को साकार करने के लिए आम जनता से सीधे संवाद करना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है। यह सबसे बड़ा सोशल आडिट (सामाजिक अंकेक्षण) अभियान है। मुख्यमंत्री आज कोरबा जिले के करतला विकासखंड के अंतर्गत ग्राम भैंसामुड़ा में आयोजित समाधान शिविर में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर तीन करोड़ 66 लाख रूपये के निर्माण कार्यों की मंजूरी प्रदान की। इनमें सरगबुंदिया से भैंसामुड़ा पहुंच मार्ग निर्माण हेतु तीन करोड़ के अलावा कुररिहा नाले में पुलिया निर्माण, सीसी रोड, आंगनबाड़ी भवन आदि शामिल हैं। भैंसामुड़ा कल्स्टर में आज 12 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत कुल 4179 आवेदन प्राप्त हुए इनमें से 4174 आवेदनों की निराकरण की जानकारी अधिकारियों द्वारा वाचन कर दी गई। मुख्यमंत्री ने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मई माह में शिविर आयोजित कर असंगठित श्रमिकों का पंजीयन करें। उन्होंने कहा कि कोरबा एक औद्योगिक जिला होने के कारण श्रमिकों की संख्या काफी होगी इसलिए इसका पुन: सर्वे करें और उनका पंजीयन कर उन्हें श्रम कल्याण विभाग की योजनाओं का लाभ दिलायें। मुख्यमंत्री बिना किसी औपचारिकता के सीधे ग्रामीणों से रू-ब-रू होकर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। डा. रमन सिंह ने विद्युत, खाद्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्किल डेवलपमेंट, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, महिला एवं बाल विकास, कृषि, श्रम विभाग, के जिला अधिकारियों को बारी-बारी से मंच पर बुलाकर लोक सुराज में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की जानकारी ली। इस दौरान कलेक्टर मो.कैसर अब्दुल हक, पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, जिला पंचायत सीईओ इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, डीएफओ कोरबा एस. वेंकटाचलम, कटघोरा एस.जगदीशन, जनपद अध्यक्ष धनेश्वरी कंवर, पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने छ.ग.राज्य विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सौभाग्य योजना के अंतर्गत कोरबा जिले के अंतर्गत पारा, टोला, मजरा को जून 2018 तक विद्युतीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने सितंबर माह तक प्रत्येक घर में विद्युत कनेक्शन प्रदान करने के भी निर्देश दिए। डा. रमन सिंह ने कहा कि मात्रा विभेद के कारण जाति प्रमाण पत्र जारी करने में जो कठिनाई आ रही थी उसे राज्य शासन ने दूर कर दिया है। राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में निवासरत धनुहार जाति के लोगों का प्रमाण पत्र विभिन्न गांवों में कैंप आयोजित कर जारी करें। उन्होंने जिले में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत दिए गये गैस कनेक्शनों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि उनके द्वारा आज जो निर्देश दिए गये हैं उसका पालन निश्चित समय सीमा के भीतर सुनिश्चित कर लेवें। डा. सिंह प्रदेश व्यापी विकास यात्रा के दौरान कोरबा जिले के प्रवास के दौरान इसकी स्वयं मानिटरिंग भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने जिले के ऐतिहासिक स्थल मड़वारानी के निकट 32 करोड़ की लागत से बनने वाले जलाशय की जानकारी मिलने पर प्रसन्नता जाहिर की इससे आसपास की लगभग 50 हजार की आबादी को इसका लाभ मिलेगा। डा. रमन सिंह ने जिलाधीश कोरबा से इस कार्य की जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने बताया कि डीएमएफ से राशि मंजूर की गई है। मुख्यमंत्री ने अवैध शराब की बिक्री के संबंध में ग्रामीणों से पूछताछ की इस दौरान एक महिला ने बताया कि गांव में छुटपुट शराब एवं गांजा की बिक्री की जा रही है। डा. सिंह ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को इस पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को समझाईस दी कि वे महिला कमाण्डो का गठन कर अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ आवाज उठायें और महिलाओं को जागृत करें। मुख्यमंत्री ने करतला के जनपद पंचायत सीईओ से प्रधानमंत्री आवास योजना के संबंध में जानकारी ली।
महिला पटवारी को मिली शाबासी- समाधान शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग की कामकाज की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने महिला पटवारी संध्या उरांव की कामकाज की सराहना की और उन्हें शाबासी दी। ग्रामीणों ने ताली बजाकर प्रसन्नता जाहिर की। डा. रमन सिंह ने नामांकन, बंटवारा, सीमांकन,ऋण पुस्तिका वितरण आदि की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने पांच किसानों को किसान किताब (ऋण पुस्तिका ) प्रदाय की।
मुख्यमंत्री ने कोरबा में कौशल विकास योजना में हुए अच्छे कार्यो की तारीफ की। कौशल विकास के नोडल अधिकारी ने बताया कि कोरबा जिले के 42 युवाओं को सीपेट रायपुर में प्रशिक्षण दिलाया गया । सभी बच्चों का गुडग़ांव में प्लेसमेंट हो गया है। हॉस्पिलिटी ट्रेनिग के बाद बड़ी संख्या में बच्चे रायपुर के बड़े होटलों में प्लेसमेंट हुआ है। सुरक्षा गार्ड में भी बड़ी संख्या में पहाड़ी कोरबा और बिरहोर जनजाति के युवाओं का प्लेसमेंट हुआ है।