भाजपा के समर्थन में संत समिति ने डेरा डाला
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवाद के सहारे चुनाव मैदान मेंं डटी भजापा के समर्थन में अब अखिल भारतीय संत समिति ने डेरा डाल दिया है। समिति ने गैर वक्फ वाले मस्जिदों के ईमानों और मुअज्जिमों को वेतन देने के आप सरकार के फैसले को सांप्रदायिक करार दिया है। समिति ने सवाल उठाया है कि फिर इसी आधार पर मंदिरों के पुजरियों को वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा। समिति की योजना चुनाव प्रचार खत्म होने तक राजधानी में डेरा डाले रखने की है।
समिति के महासचिव स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि दिल्ली में वक्फ के अंदर आनी वाली मस्जिदों के इमामों और मुअज्जिमों को वक्फ बोर्ड वेतन देती है। हमें इस पर आपत्ति नहीं है। हमारी आपत्ति केजरीवाल सरकार द्वारा वक्फ के दायरे से बाहर करीब 1500 मस्जिदों के इमामों और मुअज्जिमों को वेतन देने पर है। कोई भी सरकार संविधान के इतर इस तरह का काम कैसे कर सकती है। अगर यह सही है तो जिस प्रकार इमामों को 15000 रुपये और मुअज्जिमों को 14000 रुपये मासिक वेतन मिलते हैं, उसी प्रकार मंदिरों के पुजारियों को वेतन क्यों नहीं दिया जाता।
००