(नईदिल्ली)सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एस. मोहन का निधन

0-89 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
नईदिल्ली,28 दिसंबर (आरएनएस)। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और कर्नाटक के पूर्व कार्यवाहक राज्यपाल न्यायमूर्ति षणमुगसुंदरम मोहन का कल देर शाम निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री है। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने चेन्नई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली।
फरवरी 1930 में तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के उदुमलपेट में जन्मे न्यायमूर्ति मोहन ने मद्रास विश्वविद्यालय से वकालत की डिग्री हासिल की। उन्होंने वहीं से कानून में पोस्ट-ग्रेजुएट डिग्री भी हासिल की। उन्हें लक्ष्मीनारसा रेड्डी गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया। न्यायमूर्ति मोहन ने अगस्त, 1954 में मद्रास उच्च न्यायालय में वकालत पेशा शुरू की थी। उन्होंने 1956 और 1966 के बीच मद्रास विधि कॉलेज में अंशकालिक व्याख्याता के रूप में भी कार्य किया।
उन्हें फरवरी, 1974 में मद्रास उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया था और एक अगस्त, 1975 को उसी उच्च न्यायालय में स्थायी नियुक्ति प्रदान की गयी। वर्ष 1988 में उन्हें मद्रास उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया और बाद में उन्हें स्थायी नियुक्ति प्रदान की गयी। उन्होंने 26 अक्टूबर, 1989 को कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। पांच फरवरी 1990 से आठ मई 1990 के बीच वह कर्नाटक राज्य के कार्यवाहक राज्यपाल भी रहे। अक्टूबर, 1991 में, उन्हें सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनाया गया था, जहां से वह 10 फरवरी, 1995 को सेवानिवृत्त हुए।
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