कलंक बने सीसामऊ नाला को प्रधानमंत्री ने बंद पड़ा देखकर की सराहना
कानपुर,14 दिसंबर (आरएनएस)। गंगा में प्रदूषण के सबसे बड़े कलंक बने सीसामऊ नाला को जब प्रधानमंत्री ने बंद पड़ा देखा तो इसको लेकर सभी की सराहना की। नाले के सामने लगाई गई फ्लोटिंग जेट्टी पर एक मिनट के अंदर उन्होंने सीसामऊ नाला को देखने के साथ अगल बगल भी देखा। इस दौरान नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव उन्हें नाले से संबंधित जानकारी देते रहे।
शनिवार दोपहर सीएसए में नेशनल गंगा कांउसिल की बैठक समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री की नावों का काफिला गंगा की लहरों पर नौकायन करता हुआ तीन बजकर एक मिनट पर सीसामऊ नाला के सामने पहुंचा। पीएम के साथ यूपी, उत्तराखंड के सीएम,बिहार के डिप्टी सीएम भी रहे। इस दौरान कुछ सेकेंड रूकने के बाद यह काफिल वापस अटल घाट की तरफ चल पड़ा। रास्ते में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उन्हें जानकारियां देते रहे। नाव चलने से पहले पीएम को सुरक्षाकर्मियों ने लाइफ जैकेट भी पहनाई
पहली बार किसी प्रधानमंत्री गंगा की लहरों पर नौकायन किया
पीएम नरेंद्र मोदी जैसे ही अटल घाट से नाव पर सवार हुए तो उसके साथ यह एक ऐतिहासिक लम्हा भी शहर के साथ जुड़ गया कानपुर में पहली बार किसी प्रधानमंत्री गंगा की लहरों पर नौकायन किया है। गंगा की लहरों पर नावों का यह कारवां देखकर भी स्थानीय लोग कौतुहल से भरे रहे। पीएम ने अटल घाट से सीसामउ नाला तक नौकायन में घाट किनारे लोगों को भी निराश नहीं किया। घाट किनारे खड़े लोगों ने जब पीएम को देखकर हाथ हिलाए तो पीएम ने भी उनका अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल घाट पर दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर पहुंचे अटल घाट पर भी नमामि गंगे मिशन के तहत किये गए कार्यों की प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें गंगा में गिरने वाले नालों की पूर्व स्थिति और वर्तमान की स्थितियों का उल्लेख किया गया। वाजिदपुर, बिनगवां में बने ट्रीटमेंट की तस्वीरों को भी यहां पर लगाया गया।
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