उच्च सदन में गैरहाजिर रहने से नाराज हैं नायडू

नई दिल्ली,09 दिसंबर (आरएनएस)। राज्यसभा में सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन पटल पर दस्तावेज रखे जाने के समय संबद्ध मंत्रियों और प्रश्नकाल में सवाल पूछने वाले सदस्यों के अनुपस्थित रहने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सदस्यों को कम से कम उनसे नाम पर सूचीबद्ध सवाल पूछने या दस्तावेज पटल पर पेश करने के समय सदन में उपस्थित रहना अपेक्षित है।
सभापति ने सोमवार को उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान सभी सूचीबद्ध प्रश्नों के मौखिक जवाब मंत्रियों द्वारा दिये जाने की जानकारी देते हुये बताया कि प्रश्न पूछने वाले चार सदस्य अनुपस्थित थे। शीतकालीन सत्र के दौरान उच्च सदन में यह चौथा दिन है जबकि प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिये गये हों। इनमें भाजपा की कांता कर्दम, विजय पाल सिंह तोमर, आप के संजय सिंह और अन्नाद्रमुक के आर वैद्यलिंगम शामिल हैं। नायडू ने कहा कि अनुपस्थित रहने वाले सदस्यों के नाम सार्वजनिक किये जाने चाहिए। इससे पहले सभापति ने शून्यकाल के दौरान आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए जाने के दौरान केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को बात करने के दौरान टोका।उन्होंने दस्तावेज पटल पर रखने के लिए जब मंत्रियों के नाम पुकारे तब सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के लिए जनरल (सेवानिवृत्त) वी के सिंह को उनके मंत्रालय की ओर से दस्तावेज पटल पर रखना था। लेकिन सिंह सदन में मौजूद नहीं थे।इस पर सभापति ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि जब मंत्रियों के नाम सूची में रहते हैं तो उन्हें अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए और अगर किसी कारणवश वह मौजूद नहीं हो सकते तो उन्हें इसकी सूचना भी देना चाहिए।
भाजपा के अरुण सिंह ने ली राज्यसभा की सदस्यता की शपथ
भाजपा के अरुण सिंह ने सोमवार को राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली।उत्तर प्रदेश से उच्च सदन के लिए निर्वाचित सिंह ने हिन्दी में शपथ ली।शपथ लेने के बाद उन्होंने सभापति एम वेंकैया नायडू तथा अन्य सदस्यों का अभिवादन किया।समाजवादी पार्टी की सदस्य तजीम फातिमा के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई राज्यसभा की सीट पर हुए उपचुनाव में अरुण सिंह निर्वाचित हुए हैं।तजीम फातिमा अब रामपुर की विधायक हैं
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