(महत्वपूर्ण)(नईदिल्ली)वाणिज्य और उद्योग मंत्री स्वीडन की दो दिन की यात्रा करेंगे

नईदिल्ली,21 अक्टूबर (आरएनएस)। वाणिज्य और उद्योग तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल 23 अक्टूबर को स्टॉकहोम में भारत-स्वीडन आर्थिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक सहयोग संयुक्त आयोग के 19वें सत्र में हिस्सा लेंगे। स्वीडन की विदेश व्यापार मंत्री सुअन्ना हॉलबर्ग और पीयूष गोयल सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे।
स्वीडन का भारत में निवेश का लंबा इतिहास है। अक्टूबर, 2017 के आंकड़ों के अनुसार भारत में 170 से अधिक स्वीडन के संयुक्त उपक्रम और उसके स्वामित्व की सहायक इकाइयां काम कर रही हैं। स्वीडन भारत में 20वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है और जनवरी, 2003 से जनवरी, 2017 के बीच उसने 8.51 अरब अमेरिकी डॉलर का भारत में निवेश किया है। भारत में काम करने वाली स्वीडन की बहुराष्ट्रीय कंपनियां अब निर्माण के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी तथा अनुसंधान और विकास में भी हिस्सा ले रही हैं। भारत में स्वीडन सबसे अधिक निवेश ऑटोमोबाइल (362.20 मिलियन डॉलर), औद्योगिकी मशीनरी (162.09 मिलियन अमेरिकी डॉलर) तथा इंजीनियरिंग उद्योगों (115.67 मिलियन अमेरिकी डॉलर) में कर रहा है।
पिछले दशक के दौरान स्वीडन में भारत का निवेश भी बढ़ा है। इस समय वहां 70 से अधिक भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं, जिनमें सूचना प्रौद्योगिकी सहित डॉ. रेड्डीज, बायोकॉन, कैमवेल और कैडिला फार्मा जैसी कंपनियां शामिल हैं। भारत स्वीडन को परिधान, धागा, कपड़ा, धातु, वाहन, सामान्य औद्योगिक मशीनरी और उपकरणों का निर्यात करता है। स्वीडन से भारत कागज, वाहन, गत्ते, लोहा उत्पाद, बिजली पैदा करने वाली मशीनें, उपकरण और अन्य औद्योगिक मशीनरी का आयात करता है।
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