बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद सदैव होता है कल्याणकारी: राज्यपाल

रायपुर, 01 अक्टूबर (आरएनएस)। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि पारिवारिक ढांचे में बुजुर्ग वट वृक्ष के समान होते हैैं। बड़े-बुजुर्गों के आशीर्वाद से ही देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में जो भी अब तक पाया है वह बड़े-बुजुर्गों के आशीर्वाद के फलस्वरूप ही पाया है। समाज को भी चाहिए कि वृद्धजनों के अनुभवों का लाभ लें, उन्हें सामाजिक रूप से सम्मानित करें तथा ऐसे मंच प्रदान करें, जिससे वृद्धजन अपने अनुभवों एवं ज्ञान को समाज में बांट सके। राज्यपाल आज यहां पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज के सभागृह में सिटीजन्स वेलफेयर फोरम द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रही थीं।
राज्यपाल ने कहा कि यह माना जाता है कि वृद्धजनों में ऐसे व्यक्ति शामिल हैं, जो एक निर्धारित उम्र सीमा को पार कर गए हैं, पर मेरा मानना है कि कोई भी व्यक्ति किसी उम्र या शारीरिक अवस्था से बुजुर्ग नहीं होता है, बल्कि वह मन से वृद्ध या युवा होता है। कोई भी व्यक्ति तब तक युवा होता है, जब तक उसके मन में कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति होती है, मगर मैं यह देख रही हूं कि यहां उपस्थित समस्त आदरणीय साथियों में ऐसी ही भावना और ऊर्जा है, इसका मतलब है कि वे अभी भी युवा है। मैं कामना करती हूं कि इनमें सदैव ऐसी ही ऊर्जा बनी रहे।
सुश्री उइके ने कहा कि आजकल देखा जा रहा है कि संयुक्त परिवार टूट रहे हैं। लोगों में एकाकी परिवार की परंपरा बढ़ रही है। पति-पत्नी दोंनो अपने-अपने काम में चले जाते है, जिसके कारण बुजुर्ग अकेले रह जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में सिटीजन्स वेलफेयर फोरम एक ऐसा प्लेटफार्म प्रदान करती है जहां वृद्धजन अपना सुख-दुख बांटते हैं और रचनात्मक कार्य भी कर रहे हैं।

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Translate »