अब भारत आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठ सकता:मोदी

नई दिल्ली,10 मार्च (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकबार फिर साफ किया कि वह आतंकवाद के मुद्दे पर चुप नहीं बैठने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बस, अब बहुत हो गया। हम लगातार नुकसान नहीं सकते हैं। पुलवामा और उरी आतंकवादी हमलों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीआईएसएफ के 50वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर गाजियाबाद में सीआईएसएफ कैंप में जवानों को संबोधित करते हुए सुरक्षाकर्मियों की खुलकर तारीफ की। सीआईएसएफ को देश और औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का आधार बताते हुए पीएम ने कहा कि वैभवशाली भारत के निर्माण में आपका योगदान अमूल्य है। प्रधानमंत्री ने सीआईएसएफ में महिला सुरक्षाकर्मियों की बड़ी भागीदारी को भी देश के लिए महत्वूपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वर्दी पहननेवाली बेटियों की संख्या सीआईएसएफ में सबसे ज्यादा है और वह बेटियों के साथ उनकी माओं का भी अभिनंदन करते है जिन्होंने उन्हें सुरक्षा के लिए वर्दी पहनने के लिए भेजा है। पीएम ने कहा कि आपके जिम्मे यात्रियों की सुरक्षा है। आपके हाथ में देश के औद्योगिक प्रतिष्ठान हैं। किसी वीआईपी की सुरक्षा देने से कहीं बड़ा आपका काम है। आप अपना काम कितनी मुस्तैदी से निभाते हैं, मैं खुद इसका साक्षी हूं। एक बार मेरे साथ एक बहुत बड़े नेता यात्रा कर रहे थे। एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच में कोई छूट नहीं दी गई, वह बेहद नाराज हो गए। प्रधानमंत्री मोदी ने सीआईएसएफ के मानवीय कार्यों और शांति काल में अहम भूमिका निभाने की तारीफ की। उन्होंने कहा, श्आपका काम बहुत महत्वपूर्ण है। जब विदेशी देशों में आपदा आई तो सीआईएसएफ के जवानों ने जान हथेली पर लेकर मदद की। नेपाल और हैती में हुए भूकंप में आपके राहत कार्यों की सराहना अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी की। जब पड़ोसी मुल्क लडऩे में सक्षम न हो तब वह आतंरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। यह आतंकवाद का दूसरा चेहरा है और ऐसे वक्त में भी आप देश को एकजुट रखने में जुटे रहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर सुरक्षा बलों के लिए सम्मान जताने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम अपने सुरक्षा बलों का जितना गौरव बढ़ाएंगे, जितना सम्मान बढ़ाएंगे हमारे देश के लिए उतना अच्छा होगा। एक सामान्य व्यक्ति किसी पुलिसवाले के द्वारा किए गए आचरण से ही पूरी पुलिस फोर्स और सुरक्षा बलों के बारे में राय बना लेता हैं, इसे बदलना बहुत जरूरी है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के 50वें स्थापना समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पथ संचलन की सलामी भी ली और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि नए भारत की नई और आधुनिक व्यवस्थाओं को सुरक्षित करने के लिए निरंतर आगे बढ़कर स्वतंत्र भारत के सपनों को साकार करने में सीआईएसएफ एक महत्वपूर्ण इकाई है। 50 साल तक लगातार हजारों लोगों ने आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इसे विकसित किया है, तब जाकर ऐसा संगठन बनता है। एक संगठन को सुरक्षा देना, जहां 30 लाख तक लोग आते हों, जहां हर चेहरा अलग हो, सबका व्यवहार अलग हो। ये काम किसी वीआईपी को सुरक्षा देने से कई गुना बड़ा काम है। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की यह उपलब्धि इसलिए महत्वपूर्ण बन जाती कि जब पड़ोसी की युद्ध लडऩे की क्षमता न हो और भारत के भीतर ही अलग-अगल षड्यंत्रों को पनाह मिलती हो। आतंक के घिनौने रूप के बीच देश की और देश के संसाधनों की सुरक्षा एक चुनौती होती है।
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