केंद्र और राज्य राजनीति को दरकिनार रख टीम की तरह कार्य करें:नायडू
नईदिल्ली,20 फरवरी (आरएनएस)। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने विभिन्न राज्य सरकारों और केन्द्र से राजनीति को दर किनार रखते हुए ‘टीम इंडियाÓ का दृष्टिकोण अपनाने और राष्ट्र के विकास के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
तिरुपति हवाई अड्डे के रनवे के विस्तार और सुदृढ़ीकरण का शिलान्यास करने के अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘जहां तक विकास का सवाल है, राज्य और केन्द्र सरकारों को मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करना चाहिए।Ó
रनवे के विस्तार का कार्य सम्पन्न होने के बाद वहां बी-747-400, बी-777-300 ईआर. जैसे चौड़े आकार वाले विमानों की लैंडिंग सुगम हो सकेगी। मौजूदा रनवे केवल 320/ एबी-321 जैसे विमानों के परिचालन के लिए ही उपयुक्त है।
नायडू ने आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए वायु, रेल और सड़क संपर्क के महत्व पर बल दिया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए नायडू ने कहा कि भारत में 2018 में 13.9 करोड़ घरेलू विमान यात्री थे जिनकी संख्या 2017 के 11.7 करोड़ विमान यात्रियों की तुलना में 18.6 प्रतिशत अधिक थी।
आईएटीए (इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन) की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र यात्रियों की संख्या में वृद्धि का वाहक बनेगा, क्योंकि अगले 20 वर्षों के दौरान नये यात्रियों की कुल तादाद का आधे से ज्यादा हिस्सा इन्हीं बाजारों से होगा।
नायडू ने कहा कि विमानन क्षेत्र में अवसंरचना का विकास बहुत वर्षों तक धन के अभाव के कारण अवरूद्ध रहा। उन्होंने अपनी राय प्रकट करते हुए कहा कि सार्वजनिक निजी भागीदारी अवसंरचना के विस्तार और नए हवाई अड्डों के निर्माण सफलता की राह तैयार होगी। नायडू ने कहा कि दिल्ली, मुम्बई और हैदराबाद में पीपीपी मॉडल की सफलता को देखते हुए उनका कहीं भी अनुसरण किया जा सकता है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से हाल में जारी यातायात संबंधी आंकड़ों का हवाला देते हुए नायडू ने कहा कि तिरूपति, राजमुंदरी और कडप्पा हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है।
नायडू ने कहा कि ऐसे दौर में जबकि शेष विश्व में मंदी का माहौल है, भारत 7.3 प्रतिशत की दर से वृद्धि कर रहा है। उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र में और ज्यादा निवेश किये जाने की जरूरत है। विमानन क्षेत्र में वृद्धि से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के अतिरिक्त साधनों का भी सृजन होगा।
नायडू ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम – उड़ान के अंतर्गत वर्तमान में कम इस्तेमाल होने वाले और बिल्कुल इस्तेमाल न होने वाले हवाई अड्डों को वायु सम्पर्क उपलब्ध कराने के लिए सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन उपायों से छोटे और मझौले शहरों में रहने वाले लोगों को किफायती दाम पर वायु यातायात उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
तिरुपति को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए नायडू ने कहा कि वह चाहते हैं कि स्थानीय प्रशासन तीर्थ नगरी को पूरे मायने में स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में काम करें।
अन्य पहलों में आधुनिक सुविधाओं के साथ तिरुपति रेलवे स्टेशन का पुन: विकास और महत्वपूर्ण शैक्षणिक संस्थानों जैसे आईआईटी, आईईएसआर, आईआईआईटी, भारतीय पाक शाला विज्ञान संस्थान और राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ को मंजूरी दिया जाना शामिल हैं। रेलवे ने भी तिरुपति और कोल्हापुर के बीच महा लक्ष्मी एक्सप्रेस शुरू की है।
नागर विमानन राज्य मंत्री, जयंत सिन्हा, जिला परिषद अध्यक्ष, श्रीमती गीरवानी चंद्र प्रकाश, विधानसभा सदस्य और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।(साभार-पीआईबी)
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