मोदी सरकार जनवरी में सार्वजनिक करेगी कामकाज का लेखा-जोखा

नई दिल्ली ,26 दिसंबर (आरएनएस)। लोकसभा चुनावों से पहले मोदी सरकार जनवरी में अपनी फ्लैगशिप योजनाओं के आंकड़े लोगों के सामने रखेगी। देश को अपनी उपलब्धियां बताने के लिए सरकार ने इन योजनाओं से जुड़े डेटा प्लैटफॉर्म को जनता के लिए खोलने की तैयारी की है।
सूत्रों के मुताबिक शहरी क्षेत्रों के विकास की सारी योजनाओं जैसे स्मार्ट सिटी, हाउजिंग फॉर ऑल, ।डत्न्ज्, स्वच्छ भारत और भ्त्प्क्।ल् के तहत होने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट जियो टैग करके एक खास ऐप के माध्यम से लोगों के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे लोगों को उन योजनाओं की जानकारी और उनके क्रियान्वयन की जानकारी मिल सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि शहरी एवं आवास विकास मंत्रालय के हिस्से में सर्वाधिक फ्लैगशिप स्कीम हैं और ऐप भी यही मंत्रालय बना रहा है। उनके मुताबिक इसका डेटा जनवरी 2019 से आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी की माने तो सरकार इस राय पर पहुंची है कि उसे कोई भी चीज छिपाने की जरूरत नहीं है। उनके मुताबिक सारी योजनाओं के तहत उपलब्धियां गिनाए जाने योग्य हैं और डेटा प्लैटफॉर्म को जनता के लिए खोले जाने से शासन के अंदर पारदर्शिता ही बढ़ेगी। इस ऐप में सारे इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट को जियो टैग किया जाएगा। इसके बाद इन्हें विडियो, फोटोग्राफ्स और इनके पते के साथ ऐप पर अपलोड किया जाएगा। अबतक ग्रामीण विकास मंत्रालय अपनी फ्लैगशिप योजना प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण) के लिए ऐसा करता रहा है। अधिकारी के मुताबिक इसमें सबसे बड़ी चुनौती स्वच्छ भारत अभियान को लेकर है। इस अभियान के तहत 62 लाख व्यक्तिगत टॉइलट और 5 लाख कम्युनिटी और पब्लिक टॉइलट बनाए गए हैं। इन सभी की तस्वीर के साथ जियोटैगिंग एक कठिन प्रक्रिया है। इस ऐप को लॉन्च करने के अलावा सरकार एक विडियो वॉल तैयार करने की योजना में भी है। यह विडियो वॉल शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय के निर्माण भवन स्थित ऑफिस ग्राउंड फ्लोर पर बनाई जाएगी। इसके लिए सीपीडब्ल्यूडी पिछले दो महीने से काम में जुटी हुई है। अधिकारी के मुताबिक इस विडियो वॉल की मदद से जो कोई चाहे आंकड़े ले सकता है। इसमें शहरों को टच करने पर कई सारे अलग-अलग आइकॉन सामने आएंगे जो अलग-अलग हाउजिंग और शहरी विकास की स्कीम से जुड़े होंगे। इन्हें टच करने पर स्कीम से जुड़ी सारी जानकारी जैसे इसके लक्ष्य, उपलब्धियां, कॉन्ट्रैक्टर, प्रॉजेक्ट कॉस्ट और पूरी होने की जानकारी मिल सकेगी।
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