December 14, 2018
सारे चोर मिल कर लगा रहे थे चौकीदार चोर है नारा
- 0-राफेल पर सुप्रीम क्लीन चिट के बाद बोले शाह
0-कहा-जेपीसी से पहले चर्चा तो करे कांग्रेस
0-राहुल पर सियासत के लिए देश और सेना को दांव पर लगाने का लगाया आरोप
नई दिल्ली ,14 दिसंबर (आरएनएस)। राफेल सौदे पर मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट से मिली चिट को कांग्रेस के मुंह पर तमाचा बताते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कहा कि सारे चोर मिल कर चौकीदार चोर है का नारा लगा रहे थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपनी सियासत के लिए देश और सेना को दांव पर लगाने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि इस सौदे पर विदेश में देश की छवि खराब करने के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। शाह ने कहा कि इस सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से भाजपा या सरकार को कोई परहेज नहीं है, मगर इससे पहले इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। शाह ने इस मामले में राहुल से तीन सवालों का जवाब मांगे हंै।
सुप्रीम कोर्ट के नतीजे के बाद पार्टी मुख्यायल में शाह ने कहा कि भ्रष्टïाचर की जननी कांग्रेस वर्ष 2014 से ही मोदी सरकार के भ्रष्टïाचारमुक्त होने से परेशान थी। अपने शासनकाल में 14 लाख करोड घोटाला करने वाली़ और हर सौदे में बिचौलिया रखने वाली कांग्रेस के अध्यक्ष ने मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए राफेल मामले में देश को गुमराह किया। विपक्ष की सरकार को बदनाम करने का ऐस प्रयास आजादी के बाद से अब तक नहीं हुआ।
शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय पीठ ने इस सौदे में शामिल मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की। कीमत, गुणवत्ता सहित तमाम मामले को सही बताते हुए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। अंबानी को ऑफसेट पार्टनर बनाने पर भी सवाल उठाए, मगर इस मामले में भी सुप्रीम कोर्ट ने कुछ भी गलत नहीं पाया। ऐसे में राहुल को देश और मोदी सरकार से माफी मांगनी चाहिए।
जेपीसी से भाग नहीं रहे चर्चा से क्यों भाग रही कांग्रेस
एक सवाल केजवाब में शाह ने कहा कि भाजपा या सरकार जेपीसी से भाग नहीं रही। हर बार जेपीसी का गठन चर्चा के बाद ही हुआ है। हम चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो और कांग्रेस चर्चा से भाग रही है। हम जेपीसी से नहीं भाग रहे।
शाह के तीन सवाल
1. राहुल द्वारा लगाए गए आरोपों क आधार क्या है और इसकी सूचना उन्हें कौन देता था?
2. क्या बिचौलिये के रूप में कमीशन पाने के लिए कांग्रेस ने 2014 तक नहीं की डील?
3. हमेशा बिचौलिये केजरिए सौदा करने वाली कांग्रेस ने गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट डील की पारदर्शी व्यवस्था पर क्यों सवाल उठाए?
राजनाथ बोले संसद में जवाब दें राहुल
राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद संसद के दोनों सदनों में सरकार के निशाने पर कांगे्रस अध्यक्ष राहुल गांधी थे। राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जहां राफेल पर तत्काल चर्चा की जरूरत बताई। वहीं लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उन पर सीधा हमला बोला। सिंह ने राहुल पर देश और मोदी सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल ने तथ्यहीन आरोप लगा कर दुनिया भर में भारत केबदनाम किया। ऐसे में उन्हें सदन में आ कर संसद और देश से माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान दोनों सदनों में सत्तारूढ़ भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी चोर है के लगतार नारे लगाए।
००