इंजीनियर की मौत के मामले में जांच शुरू
कोरबा 25 नवम्बर (आरएनएस)। कुसमुंडा खदान में डोजर में दबने से हुई सब ऑर्डिनेट इंजीनियर की मौत के मामले में इंटरनल सेफ्टी आर्गेनाइजेशन आइएसओ एवं स्थानीय सेफ्टी कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। टीम ने स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही ड्यूटी में उपस्थित कर्मियों का बयान लिया। जांच के उपरांत टीम अपनी रिपोर्ट आला अफसर को सौंपेगी।
एसईसीएल कुसमुंडा खदान के डोजर सेक्शन में शुक्रवार की रात द्वितीय पाली में सब ऑर्डिनेट इंजीनियर एनपी देवांगन की डोजर में दबने से मौत हो गई थी। नाइट शिफ्ट में ड्यूटी में पहुंचे कर्मियों ने उसे डोजर में दबा देखा और उठा कर विकासनगर स्थित हॉस्पिटल ले गए थे। बताया जा रहा है कि जिस डोजर में दबने से देवांगन की मौत हुई थीए उक्त डोजर किसी ऑपरेटर को चलाने के लिए एलाट नहीं किया गया थाए पर रिवर्स गेयर में डोजर ख?ा हुआ था। संभवत: डोजर को टेस्ट कर छो? दिया गया था। देवांगन उसकी चपेट में कैसे आयाए यह अभी भी जांच का विषय बना हुआ है। इधर घटना को लेकर बिलासपुर से आइएसओ के अफसर शनिवार को कुसमुंडा पहुंचे। स्थल निरीक्षण के बाद अफसरों ने डब्ल्यूआइ मेकेनिकल फोरमैन अशोक शर्मा एवं प्रोजेक्ट सेफ्टी इंचार्ज एनके चौरे से घटना के संबंध में चर्चा की। इसके साथ ही घटना के दौरान सेक्शन में कार्यरत कर्मियों से भी पूरी जानकारी ली। कर्मियों ने बताया कि रात नौ बजे तक उन्हें देखा गया है और उसके बाद पता नहीं चला। इधर सभी यूनियन के कुसमुंडा क्षेत्र के सेफ्टी कमेटी सदस्यों ने भी स्थल का जायजा लेकर संपूर्ण घटना की जानकारी ली। हालांकि यूनियन की एसईसीएल स्तरीय सेफ्टी कमेटी के सदस्य शनिवार को नहीं पहुंच सके। संभावना जताई जा रही है कि सोमवार को सेफ्टी कमेटी के सदस्य निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही डीडीएमएस डिप्टी डायरेक्टर माइंस सेफ्टी की टीम भी एक.दो दिन में कुसमुंडा पहुंचेगी। सूत्रों का कहना है कि शिफ्ट खत्म होते वक्त सेक्शन में कोई भी कर्मी नहीं था और सेक्शन खुला था। नाइट शिफ्ट में पहुंचे कर्मियों ने सेक्शन खुला देख आला अफसरों को सूचना दी।