सरकार ने साफ किया करतारपुर कॉरिडोर खोलने का रास्ता
नई दिल्ली ,22 नवंबर (आरएनएस)। केंद्र की मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरिडोर को खोलने का ऐलान किया है।
कैबिनेट की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गुरु नानक देवजी ने करतारपुर साहब में अपने जीवन के 18 साल बिताए। यह भारत की सीमा से कुछ किलोमीटर दूर पड़ोस की सीमा में है। यहां श्रद्धालु आते हैं। भारत की सीमा पर खड़े होकर दर्शन की सुविधा है। कैबिनेट ने फैसला किया है कि डेरा बाबा नानक जो गुरुदासपुर में है, वहां से लेकर इंटरनेशनल बॉर्डर तक एक करतारपुर कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह वैसा ही होगा, जैसे कोई बहुत बड़ा धार्मिक स्थल होता है। जेटली ने ऐलान किया कि करतारपुर कॉरिडोर के विकास का पूरा फंड केंद्र सरकार देगी।
वही गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि मंत्रालय ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण और विकास की मंजूरी दे दी है। मसलन भारत पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर गलियारे का विकास करेगा ताकि पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर स्थित गुरूद्वारा दरबार साहिब जाने वाले सिख श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक महत्वपूर्ण निर्णय में कैबिनेट ने गुरदासपुर से अंततराष्ट्रीय सीमा तक करतारपुर कारिडोर के विकास को मंजूरी प्रदान कर दी। करतारपुर कारिडोर परियोजना में केंद्र सरकार के वित्त पोषण से सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी। इस संबंध में पाकिस्तान से भी उसके इलाकों में उपयुक्त सुविधाओं से लैस कारिडोर के विकास का आग्रह किया जाएगी। यह कॉरिडोर गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक बनाई जाएगी। इसके साथ ही सुल्तानपुर लोधी को ऐतिहासिक हेरिटेज के रूप में विकसित करने का फैसला लिया गया। गुरु नानक देव जी का मानवता शांति और भाईचारे का संदेश दुनिया भर के लिए है। राजनाथ ने कहा कि पाकिस्तान सरकार से कहा गया है कि इसका सकारात्मक जवाब दें।
सिद्धू ने उठाया था सबसे पहले मुद्दा
करतारपुर कॉरिडोर का मुद्दा सबसे पहले कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने उठाया था जब वह इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान पाक आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर वे आरोपों से घिर गए थे। बाद में सिद्धू ने यह कहते हुए अपना बचाव किया था कि बाजवा ने उनसे करतारपुर साहिब मार्ग खोलने की बात कही तो उन्होंने उन्हें गले लगा दिया था।
कैप्टन ने लिखा था सुषमा स्वराज को पत्र
वहीं 10 नवंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री करतारपुर साहिब मार्ग खुलवाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पत्र लिखकर कहा था कि श्री करतारपुर साहिब सिखों की आस्था से जुड़ा है, इसलिए इस मार्ग को खोलने के लिए पाकिस्तान से बात की जाए। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार ने बार-बार केंद्र से अंतरराष्ट्रीय सीमा से करतारपुर साहिब तक एक गलियारा खोलने का मुद्दा पड़ोसी देश के समक्ष उठाने की अपील की है।
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