पीएम ने किया अरबपतियों का कर्जा माफ तो गरीब किसानों का क्यों नहीं : राहुल गांधी
पखांजूर-रायपुर, 09 नवंबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ में खनिज, वन और प्राकृतिक संपदा की कोई कमी नहीं है, लेकिन इसका लाभ यहां के निवासियों को नहीं मिल पाता। बल्कि इसका फायदा पीएम और सीएम के उद्योगपति मित्र उठाते हैं।
उक्त बातें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांध्ी ने आज यहां पखांजूर में आयोजित एक आमसभा को संबोधित करते हुए कही। श्री गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संपदा भरपूर है, लेकिन इसका लाभ प्रदेशवासियो को नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह कोई भी काम अपने चुनिंदा उद्योगपति मित्रों से पूछे बिना नहीं करते। श्री गांधी ने कहा कि यूपीए के शासनकाल में मनरेगा योजना को चलाने के लिए एक वर्ष में 35 हजार करोड़ रूपए खर्च होता था। इतने पैसों से लाखों परिवारों की रोजी-रोटी चलती थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने चुनिंदा उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने इससे कहीं अधिक 3 लाख 50 हजार करोड़ रूपए का कर्जा माफ कर दिया। जबकि दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सहित देश के कई राज्यों मेंं कर्ज से दबे किसान लगातार आत्महत्या कर रहे थे। लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने गरीब किसानों का कर्जा माफ करना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने कहा कि जितना कर्जा उद्योगपतियों का माफ किया गया है, उतने पैसों में कई साल तक मनरेगा योजना चलाई जा सकती थी। उन्होंने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, विजय माल्या जैसे उद्योगपति गरीब जनता के हजारों करोड़ रूपए लेकर विदेश भाग जाते हैं, लेकिन केन्द्र सरकार उन्हें नहीं रोकती। उन्होंने राफेल विमान खरीदी का मामला उठाते हुए कहा कि देश की वायुसेना के लिए यूपीए सरकार ने राफेल विमान खरीदने का निर्णय किया। प्रति विमान 526 करोड़ रूपए की दर से। मोदी जी की सरकार आते ही योजना को रोक दिया गया, अब फं्रास की उसी कंपनी से मोदी जी 1600 करोड़ से अधिक की राशि देकर विमान ले रहे हैं। यही नहीं इन विमानों के मरम्मत व तकनीकी ज्ञान व मेंटनेंस का पूरा जिम्मा अंबानी की अनुभवहीन कंपनी को ठेके पर दिया गया है।