प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से मिली गरीब परिवारों को गंभीर बीमारियों के इलाज की चिंता से मुक्ति : डॉ. रमन सिंह
रायपुर, 23 सितम्बर (आरएनएस)। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां न्यू सर्किट हाऊस में आयोजित कार्यक्रम में आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के हितग्राहियों को ई-गोल्डन कार्ड वितरित कर छत्तीसगढ़ में योजना का शुभारंभ किया। डॉ. सिंह ने योजना के हितग्राहियों आरंग के जीवराखन माहेश्वरी, सेमरिया के राजेन्द्र कुमार यादव, आरंग की श्रीमती भोजबती साहू, रायपुर कटोरा तालाब की श्रीमती कुमारी बाई धु्रव और श्रीमती बसंती बाई को ई गोल्डन कार्ड वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज रांची में प्रारंभ की गई आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से आज छत्तीसगढ़ और हमारा देश एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। जहां गरीब परिवारों को गंभीर बीमारियों के इलाज की चिंता से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि हार्ट, लिवर, किडनी, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने पर गरीब का घर और जमीन बिक जाती थी, लेकिन उसका इलाज नहीं हो पाता था। अब ऐसी गंभीर बीमारियों का इलाज भी इस योजना के तहत संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि आज अनंत चौदस के अवसर प्रधानमंत्री ने इस अनूठी योजना का शुभारंभ किया। यह योजना अपने आप में देश और दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है।
डॉ. सिंह ने कहा कि इस योजना से छत्तीसगढ़ में लगभग 37 लाख गरीब परिवारों को एक वर्ष में पांच लाख रूपये तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि योजना के हितग्राहियों को सूचीबद्ध शासकीय और निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलेगी। पूरे देश में दस करोड़ परिवारों के लगभग 50 करोड़ लोगों को इस योजना का सीधा लाभ मिलेगा। डॉ. सिंह ने बताया कि इस योजना के क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ में लगभग एक हजार अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। इनमें 608 शासकीय और 428 निजी अस्पताल हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन की तैयारियों के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य है। उन्होंने इस योजना की तैयारी के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सक्रियता, सजगता और टीमवर्क से किए गए प्रयासों के लिए विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर ने स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों और अमले के अधिकारियों-कर्मचारियों का आव्हान किया कि गरीबों को इस योजना का लाभ बिना किसी रूकावट के मिले। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा राज्य है जो स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा राशि खर्च करता है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का बजट 350 करोड़ रूपये से बढ़कर लगभग 4300 करोड़ रूपये हो गया है। आयुष्मान भारत योजना के लिए विभाग द्वारा की गई तैयारियों की भी उन्होंने जानकारी दी। मुख्य सचिव अजय सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सुरक्षा के मामले में छत्तीसगढ़ देश का अग्रणी राज्य है। आयुष्मान भारत योजना का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में धमतरी जिले में सबसे पहले क्रियान्वयन किया गया। इस योजना के प्रथम चरण का शुभारंभ अपै्रल माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीजापुर के जांगला ग्राम से किया था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत प्रदेश के सभी परिवारों को एक वर्ष में 50 हजार रूपए तक के निरूशुल्क इलाज की सुविधा पहले की तरह ही जारी रहेगी। स्वास्थ्य सचिव सुनिहारिका बारिक सिंह ने बताया कि प्रदेश में अब तक तीन हजार से अधिक मरीजों को इस योजना का लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत सभी परिवारों को 50 हजार रूपए तक के निरूशुल्क इलाज का लाभ सभी परिवारों को मिलेगा और 50 हजार से पांच लाख तक के नि:शुल्क इलाज का लाभ गरीब परिवारों को ट्रस्ट मॉडल के तहत प्रदान किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, विधायक श्रीचंद सुंदरानी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक डॉ. सर्वेश्वर भूरे सहित स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-अधिकारी, चिकित्सक और योजना के हितग्राही बड़ी संख्या में इस अवसर पर उपस्थित थे।