बच्चों की रचनात्मकता को देख मुख्यमंत्री ने की प्रशंसा
जहां कभी बंदूकों की गोलियों की गूंज थी, आज बिखर रही खिलखिलाहट

की प्रशंसा जहां कभी बंदूकों की गोलियों की

रायपुर, 18 मई (आरएनएस)।  बस्तर के धूर नक्सल प्रभावित इलाकों में जहां कभी नक्सलियों के बंदूकों की गोलियां गूंजती थी, अब वहां बच्चों की निश्छल खिलखिलाहट बिखर रही है। इसकी बानगी आज छिंदगढ़ में देखने को मिली। कभी एक अदद स्कूल को तरसते इलाके में अब स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल मौजूद है। जहां बच्चे नक्सल आतंक से घरों में दूबके रहते थे, वहां बच्चों के लिए अब स्कूल में समर कैम्प लग रहे हैं। भेंट-मुलाकात अभियान के लिए बस्तर दौरे पर गए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल छिंदगढ़ में चल रहे बच्चों के समर कैम्प में पहुंचे। प्रदेश के मुखिया को अपने बीच सहज भाव से पाकर नौनिहाल भी उत्साह से भर उठे। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री बघेल को अपनी रचनात्मकता से परिचय कराया। बच्चों की आकर्षक कलाकृतियों को देख मुख्यमंत्री भी आनंद से भर उठे। मुख्यमंत्री ने बच्चों की रचनात्मकता की प्रशंसा की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

 गूंज थी, आज

बिखर रही खिलखिलाहट
भेंट-मुलाकात के दूसरे चरण में बस्तर संभाग के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छिंदगढ़ में आज स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट इंग्लिश मीडियम स्कूल का लोकार्पण किया। इस दौरान स्कूल के लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद बच्चों और उनके पालकों ने मुख्यमंत्री का पूरे उत्साह से आत्मीय स्वागत किया। वहीं मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि स्कूल परिसर में ही बच्चों के लिए आर्ट एंड क्रॉफ्ट समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इतना जानने के बाद मुख्यमंत्री तत्काल बच्चों से मिलने उनके बीच जा पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री का स्वागत नन्हें बच्चों ने उनके सामने डांस कर किया।
यहां समर कैम्प में प्रतिभागी बच्चों से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बातचीत की और उनकी कलाकृतियों की जानकारी ली। बच्चे भी बड़ी उत्सुकता और उत्साह से मुख्यमंत्री को अपनी कलाकृतियों और रचनात्मकता के बारे में बताते रहे। नन्हें बच्चों की रोचक कलाकृति को देख मुख्यमंत्री भी आनंदित नजर आए। कुछ बच्चे यहां कैरम खेल रहे थे, यह देखकर मुख्यमंत्री भी उनके साथ जाकर बैठ गए और कुछ वक्त तक कैरम भी खेला। मुख्यमंत्री अंत में जब मुख्यमंत्री अन्य कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए स्कूल से निकलने लगे तो बच्चों ने पूरे अधिकारभाव से उन्हें रोका और साथ सेल्फी लेने का आग्रह किया। सहज, सरल मुख्यमंत्री ने भी बच्चों की इस उत्सुकता को समझते हुए रुककर साथ में तस्वीरें खिंचाई।