मुख्यमंत्री ने राज्य में निर्मित उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्र

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आईएएस कॉन्क्लेव-2022 में हुये शामिल

उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्र

रायपुर, 15 अप्रैल (आरएनएस) ।  मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल आज यहां नया रायपुर स्थित एक होटल में आयोजित आईएएस कॉन्क्लेव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आप सभी अपनी-अपनी जगहों पर बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। योजनाओं के क्रियान्वयन में आप सभी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाएं सभी अच्छी होती हैं लेकिन उनका क्रियान्वयन भी बेहतर ढंग से होना चाहिए। उन्होंने कहा की लोगों को विश्वास में लेकर कोई भी कार्य किया जा सकता है, विकास योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करने के लिए लोगों का विश्वास जीतना बहुत जरूरी है। यदि आप नागरिकों को विश्वास में लेकर कार्य करेंगे तो अच्छे परिणाम सामने आएंगे। छत्तीगसढ़ के लोग बड़े सहज और सरल हैं। उन्हें थोड़ा सा मार्गदर्शन देने पर वे बहुत जल्दी सीख जाते हैं। छत्तीसगढ़ के प्रत्येक गांव अपने आप में गणराज्य है। उन्हें विश्वास में लेकर काम कीजिए, लोग आपका साथ देंगे।

उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्रउत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्र
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर जोर देते हुए कहा कि आप गांव में सारी सुविधाएं दीजिये ताकि वहां की अर्थव्यवस्था मजबूत हो और वहीं रोजगार का सृजन हो सके। गांव उत्पादन का केंद्र बनें और शहर विक्रय का केंद्र बनें। मुख्यमंत्री ने राज्य में निर्मित उत्पादों की अच्छी मार्केटिंग पर जोर देते हुए छत्तीसगढ़ में प्रचलित एक कहावत का उदाहरण देते हुए बताया कि बोलइया के जिल्लो बेचा जाथे, अउ नई बोलइया के चना घलो नई बेचाये अर्थात जिन्हें व्यवसाय की कला आती है उनका छोटा सा सामान भी बिक जाता है और जो इस कला से अनभिज्ञ हैं वे अपना कीमती सामान भी नहीं बेच पाते हैं। इतना उत्पादन करें जिसे आसानी से बेचा जा सके।

उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्रउत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्र
मुख्यमंत्री ने आरंग के रीवां और पाटन क्षेत्र के तरीघाट का जिक्र करते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ का इतिहास लगभग 2 हजार साल पुराना है। पूर्व में छत्तीसगढ़ बड़ा व्यापारिक केंद्र था और यहां सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था प्रचलित थी। वर्तमान में इसी इतिहास को आगे लेकर चलने की आवश्यकता और पुरखों की पद्धति को आगे बढ़ाने की जरूरत है।

उत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्रउत्पादों की मार्केटिंग पर दिया जोर कहा- गांव बनें उत्पादन केंद्र
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुये मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा कि आईएएस अधिकारियों द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि को हमेशा सही सलाह दी जानी चाहिए। निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों की कार्यप्रणाली के बारे में बेहतर समझ होती है। आईएएस एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने कहा कि टीम भावना से कार्य करें और सकारात्मक ऊर्जा को राज्य की प्रगति में लगाएं। श्री पिंगुआ ने कहा कि मुख्यमंत्री आज हमारे कॉन्क्लेव में बंद गले का काला कोट पहनकर आये हैं जो हमारा ड्रेस कोड है, इससे हम सभी का उत्साह बढ़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को एसोसिएशन की तरफ से विश्वास दिलाया कि हम सभी छत्तीसगढ़ के हित में कर्तव्यनिष्ठा एवं समर्पणभाव से कार्य करते रहेंगे। एसोसिएशन की तरफ से दिव्यांग बच्चों द्वारा निर्मित सांसद श्री राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री जी की पेंटिंग भेंट की गयी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका शुक्ला तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री धनंजय देवांगन ने किया।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आईएएस कॉनक्लेव में आईएएस अधिकारियों द्वारा लगाई गयी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में अधिकारियों द्वारा बनायी गयीं पेंटिंग्स, कलाकृतियां एवं उनके द्वारा लिखी गईं पुस्तकों को प्रदर्शित किया गया था।
कॉन्क्लेव में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्री अनिल स्वरूप, श्री सुयोग्य मिश्रा, श्री बीकेएस रे, श्री विवेक ढांढ, श्री एन बैजेंद्र कुमार, श्री शिशुपाल सोरी, श्री सुशील त्रिवेदी, श्रीमती इंदिरा मिश्रा, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, एसोसिएशन के सचिव श्री आर प्रसन्ना समेत प्रदेशभर से आये आईएएस अधिकारी उपस्थित रहे।