मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में अब तक 2.31 लाख से ज्यादा बुजुर्गों और दिव्यांगों ने किया निःशुल्क तीर्थाटन
रायपुर, 7 अगस्त (आरएनएस)।समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना समिति की साधारण सभा की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बताया गया कि योजना का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। प्रतिवेदन के अनुसार वर्ष 2012-13 में योजना प्रारंभ होने के बाद अब तक 255 तीर्थ यात्राओं के माध्यम से 2 लाख 31 हजार 591 बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को देश के विभिन्न तीर्थों का निःशुल्क भ्रमण करवाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से छह यात्राएं दिव्यांगजनों के लिए आयोजित की गई। इन यात्राओं में तीन हजार 082 दिव्यांगजनों ने देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थानों का भ्रमण किया। उनके सहयोग के लिए दो हजार 156 सहायकों और 233 अनुरक्षकों को भी भेजा गया था। योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ निवासी 60 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को उनके जीवन काल में एक बार राज्य के बाहर के विभिन्न तीर्थ स्थानों में से किसी एक या एक से ज्यादा तीर्थों की यात्रा करवाना है। योजना की शुरूआत 15 जनवरी 2013 को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा राजधानी रायपुर के रेल्वे स्टेशन विशेष रेलगाड़ी को हरी झण्डी दिखाकर की गई थी। प्रथम वर्ष 2012-13 में 15 यात्राओं में 14 हजार 390, वर्ष 2013-14 में 66 यात्राओं के जरिए 57 हजार 462 और वर्ष 2014-15 में 37 यात्राओं के जरिए 32 हजार 729 लोगों को तीर्थ करने का अवसर मिला। वर्ष 2015-16 में 49 यात्राओं के जरिए 45 हजार 624, वर्ष 2016-17 में 38 यात्राओं के जरिए 34 हजार 729, वर्ष 2017-18 में 39 यात्राओं के जरिए 36 हजार 366 और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2018-19 में 11 यात्राओं के जरिए 10 हजार 291 वरिष्ठ नागरिकों ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई विशेष रेल गाड़ियों में देश के विभिन्न तीर्थ स्थानों का भ्रमण किया।