रायपुर, 6 अगस्त  (आरएनएस)। केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुण्डा ने आज नई दिल्ली में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य के 12 वन-धन विकास केन्द्रों को 15 राज्यस्तरीय पुरस्कार प्रदान किए। यह पुरस्कार 5 वर्गों-विविध प्रकार के कार्य संपन्न किए जाने वाले वन-धन विकास केन्द्र, हर्बल उत्पादन में अधिकतम बिक्री, अधिकतम प्रकार के मूल्यवर्धन उत्पाद निर्माण एवं बिक्री, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अधिकतम वनोपज संग्रहण, उत्पाद चयन तथा विपणन में नवाचार के लिए वन धन विकास केन्द्रों को प्रदाय किए गए।विविध प्रकार के कार्य संपन्न किए जाने वाले वन-धन विकास केन्द्र के वर्ग में प्रथम पुरस्कार वनौषधि प्रसंस्करण हेतु वन-धन विकास केन्द्र कुरंदी जिला यूनियन जगदलपुर, खाद्य प्रसंस्करण हेतु द्वितीय पुरस्कार वन-धन विकास केन्द्र बकावण्ड जिला जगदलपुर और तृतीय पुरस्कार सवई घास प्रसंस्करण हेतु वन-धन विकास केन्द्र कडेना जिला यूनियन धरमजयगढ़ को प्रदान किया गया है। हर्बल उत्पादन में अधिकतम बिक्री के वर्ग में प्रथम पुरस्कार वनोषधि प्रसंस्करण के लिए वन-धन विकास केन्द्र केशोडार जिला यूनियन गरियाबंद, द्वितीय पुरस्कार वन-धन विकास केन्द्र डोंगानाला जिला यूनियन कटघोरा को वनोषधि प्रसंस्करण के लिए और तृतीय पुरस्कार हर्बल घास प्रसंस्करण के लिए वन-धन विकास केन्द्र बरौंदा  जिला यूनियन बलौदाबाजार को प्रदाय किया गया।अधिकतम प्रकार के मूल्यवर्धन उत्पाद निर्माण एवं बिक्री वर्ग में प्रथम पुरस्कार वनोषधि प्रसंस्करण के लिए वन-धन केन्द्र डोंगानाला जिला यूनियन कटघोरा, द्वितीय पुरस्कार वनोषधि प्रसंस्करण के लिए केशोडार यूनियन जिला गरियाबंद और तृतीय पुरस्कार महुआ प्रसंस्करण के लिए वन-धन विकास केन्द्र कौरिनभाटा जिला यूनियन राजनांदगांव को प्रदान किया गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अधिकतम वनोपज संग्रहण वर्ग में प्रथम पुरस्कार इमली प्रसंस्करण के लिए वन-धन विकास केन्द्र घोटिया जिला यूनियन जगदलपुर, द्वितीय पुरस्कार हर्बल खाद प्रसंस्करण के लिए वन-धन विकास केन्द्र दुगली जिला यूनियन धमतरी और तृतीय पुरस्कर फूल झाड़ू निर्माण के लिए वन-धन विकास केन्द्र जिला यूनियन नारायणपुर को प्रदान किया गया है।