रायगढ़, 24 जून (आरएनएस)। कभी ये ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं घर पर रहा करती थी और अपने हर आवश्यकता के लिए अपने परिवार के मुखिया पर निर्भर रहती थी। घर का चूल्हा चौका और परिवार के बीच इस तरह फंसी रही कि वह अपने लिए कुछ सोच ही नहीं सकती थी, लेकिन अब धीरे-धीरे समय बदल रहा है। आज ये महिलाएं ऊंची उड़ान के लिए तैयार हैं। बिहान योजना से जुड़कर वे गांव में रहकर ही मछली पालन का व्यवसाय किया और अच्छा मुनाफा कमाकर आर्थिक रूप से सबल बन रही है। इस व्यवसाय से जुड़कर उन्होंने अपनी ईच्छायें तो पूरी की साथ ही परिवार के लिये भी मददगार बनी। आज उनकी इस मेहनत को देखकर आसपास अन्य गांव की महिलायें भी प्रेरित होकर आजीविका गतिविधि से जुड़ रही है । उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत पुसौर के ग्राम रनभाठा की सरस्वती महिला स्व-सहायता समूह बिहान योजना से जुड़ कर वर्तमान में मछली पालन का कार्य कर रही है। 10 महिलाओं के समूह ने विगत 4 सालों से मछली पालन का कार्य प्रारंभ किया। समूह की महिलाओं ने 6 हेक्टेयर का तालाब ग्राम पंचायत के माध्यम से लीज में लिया था और प्रतिवर्ष मछली पालन का कार्य करते आ रहे है। जिससे उन्होंने अच्छा लाभ कमाया है। इस वर्ष 9 क्विंटल मछली तालाब से निकाले थे, जिसे प्रति किलो 120 रूपये की दर से बिक्री किये इस तरह से समूह को 1.08 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई। जिसकी लागत 25 हजार रुपये था। उनके इस कार्य में मत्स्य विभाग का भी सहयोग रहा। इससे इस समूह के महिलाओं को अच्छी आय प्राप्त हो रही है ।
Rashtriya News Service
Largest Hindi News Service in India
Translate »