सुकमा 17 मई (आरएनएस)। कोरोना संक्रमित हो जाने पर थोड़ी घबराहट और मानसिक तौर पर विचलित होना लाजमी है। पाॅजिटिव रिर्पोट आने पर व्यक्ति को डर तो लगता ही है। लेकिन इस डर से पार पाना और कोरोना को मात देना बहुत आसान है। जरुरत है तो बस बुलंद हौसले और कोरोना को हराने की मजबूत इच्छाशक्ति की। यह कथन है श्रीमती शारदा पुराणिक का, जिन्होंने 84 वर्ष की आयु में कोरोना वायरस को परास्त किया और आज स्वस्थ होकर अपने पोते-पोती के साथ घर पर आनंदमय समय व्यतीत कर रहीं हैं।
शांति नगर सुकमा निवासी श्रीमती शारदा पुराणिक ने बताया कि उन्होंने दो तीन दिनों से सर्दी खांसी और बुखार होने की शिकायत पर तत्परता दिखाते हुए कोरोना जाँच करवाई और परिवार के अन्य सदस्यों को भी कोरोना जाँच करवाने के लिए कहा। दो दिवस बाद 12 अप्रैल को उनकी जाँच रिर्पोट पाॅजिटिव आई। उनके साथ ही उनकी बहु भी कोरोना पाॅजिटिव थी। दोनों को जिला कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया। जहाँ डाक्टरों के कुशल चिकित्सा सेवा, पौष्टिक आहार, दवाईयों और कोरोना को परास्त करने की दृढ़निश्चय के साथ सास बहु की इस जोड़ी ने केवल 10 दिनों में पूर्ण रुप से स्वस्थ होकर अपने घर गई।
कोविड अस्पताल में मिली उत्तम स्वास्थ सेवा
श्रीमती शारदा ने बताया कि कोविड अस्पताल में मरीजों को उत्तम स्वास्थ सेवा उपलब्ध कराई जाती हैं। डाक्टरों की सेवा भावना से वह अभिभूत हुई, वे दिन में तीन से चार बार तक सभी मरीजों का जाँच करते हैं। इसके साथ ही किसी भी मरीज को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल हाज़िर हो जाते। चिकित्सकों के साथ स्टाॅफ नर्स भी हर समय मरीजों की देखभाल में लगी रहती हैं। मरीजों को समय पर दवाई उपलब्ध कराई जाती हैं और यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि सभी मरीज अपनी दवाईयाँ लें ताकि शीघ्र स्वस्थ होकर घर को जा सकें।