रायपुर, 16 मई (आरएनएस)। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आने वाले समय में जांजगीर-चांपा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सम्पन्न जिला बनेगा। इसके लिए राज्य शासन के स्तर से संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। जिला प्रशासन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए कार्ययोजना तैयार कर शासन स्तर पर भेजे इस कार्ययोजना को मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि जांजगीर-चांपा जिले के लोगों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में जांजगीर-चांपा जिले में कोविड-19 प्रबंधन के लिए 7 नवीन कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया। इन सेंटरों में कुल 508 बिस्तर उपलब्ध हैं। जिनमें 214 ऑक्सीजन बेड और 294 सामान्य बेड हैं। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद श्री गुहराम अजगले, विधायक श्री रामकुमार यादव, श्री नारायण चन्देल और श्रीमती इंदू बंजारे, राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री रामसुन्दर दास सहित जिले के अनेक जनप्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने कार्यक्रम में जांजगीर-चांपा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की जरूरत बताई थी।  मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में साहस के साथ कोरोना की चुनौतियों का सामना किया। जिससे कोरोना का नियंत्रित करने में सफलता मिली है। उद्योगों से लेकर धार्मिक संस्थाओं तक सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई को लड़ा और एकजुटता की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की। इसके परिणाम स्वरूप ही जिले में कोरोना के उपचार के लिए संसाधनों का तेजी से विस्तार हो पाया है। चंद्रहासिनी ट्रस्ट चंद्रपुर से 13, दूधाधारी मठ शिवरीनारायण से 07 और अन्य संस्थाओं से 66 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर प्राप्त हुए हैं। छत्तीसगढ़ में भी बेहतर रणनीति से कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिली है। प्रदेश में संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है।