अर्नब गोस्वामी की गिरफ़्तारी ने फिर किया लोकतंत्र को शर्मसार: अमित शाह

0-केंद्रीय मंत्रियों व भाजपा नेताओं ने की महाराष्ट्र सरकार की आलोचना
नई दिल्ली,04 नवंबर (आरएनएस)। बुधवार सुबह मुंबई पुलिस के एक दर्जन से अधिक अधिकारी रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी के आवास पर पहुंचे और अर्नब को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी की भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों ने कटु आलोचना की। अर्नब की गिरफ्तारी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। अर्नब की गिरफ्तारी को शाह ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह आपातकाल की याद दिलाता है। स्वतंत्र प्रेस पर इस हमले का विरोध होना चाहिए और इसका विरोध होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे सत्ता का खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग करार दिया और कहा कि यह घटना आपातकाल की याद दिलाती है। पुलिस ने 53 वर्षीय एक इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गोस्वामी को सुबह उनके मुंबई स्थित घर से गिरफ्तार किया। शाह ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को कलंकित किया है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी ट्वीट कर अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों लिया। प्रसाद ने गोस्वामी की गिरफ्तारी को ‘गंभीर रूप से निंदनीय, अनुचित और चिंताजनकÓ करार दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ‘प्रेस की आजादी का खुलेआम दमनÓ कर रही है और ऐसे में भी कांग्रेस नेतृत्व चुप है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गोस्वामी की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है और आपातकाल के दिनों की याद दिलाती है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में फासीवादी और आपातकाल की मानसिकता वाली कांग्रेस की हम निंदा करते हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसे प्रेस की आजादी पर हमला बताया और ट्वीट कर कहा कि जो इस आजादी पर विश्वास करते हैं उन्हें आवाज उठानी चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी की मुंबई पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी निर्देशित ‘शर्मनाक कृत्यÓ करार दिया। नड्डा ने ट्वीट कर कहा कि प्रत्येक व्यक्ति जो प्रेस की आजादी और अभिव्यक्ति की आजादी में विश्वास करता है वह महाराष्ट्र सरकार की दादागीरी और अर्नब गोस्वामी को प्रताडि़त करने से गुस्से में है। असहमत होने वालों की आवाज दबाने का यह सोनिया और राहुल गांधी निर्देशित कृत्य का एक और उदाहरण है। शर्मनाक! महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की गठबंधन सरकार है जिसका नेतृत्व उद्धव ठाकरे कर रहे हैं। नड्डा ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भारत ने आपातकाल के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को माफ नहीं किया, प्रेस की आजादी पर हमले के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भी कभी माफ नहीं किया। उन्होंने कहा कि अब पत्रकारों के खिलाफ राज्य की सत्ता का इस्तेमाल किए जाने के लिए भारत, सोनिया और राहुल गांधी को फिर दंडित करेगा।
क्या है मामला
यह मामला साल 2018 का है, जब 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां कुमुद नाइक ने मई 2018 में अलीबाग में आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें कथित तौर पर कहा गया कि अर्नब गोस्वामी और दो अन्य लोगों ने उन्हें 5.40 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं किया। इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई और उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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