लोकसभा में पीएम केयर्स फंड पर तीखी बहस
0-कांग्रेस की नीयत में खोट:अनुराग
नई दिल्ली,18 सितंबर (आरएनएस)। लोकसभा में शुक्रवार को पीएम केयर्स फंड को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी बहस हो गई। सदन में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पीएम केयर्स फंड का नाम प्रधानमंत्री की संस्था से जुड़ा हुआ है, इसलिए यह अधिक उपयुक्त नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर यह फंड सार्वजनिक विश्वास के बजाय कानून के माध्यम से बनाया गया होता तो ज्यादा उपयुक्त होता।
मनीष तिवारी के इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम केयर्स फंड का विरोध, केवल विरोध के नाम पर हो रहा है, जिस तरह से इन्होंने ईवीएम का विरोध किया और कई चुनाव हारे। इन्होंने लगातार जन-धन योजना, विमुद्रीकरण, तीन तलाक और जीएसटी को बुरा बताया। इन्हें हर चीज में खामी नजर आती है, जबकि खुद इनकी ही नीयत में खोट है। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने आगे कहा, पीएम केयर्स फंड एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट है, जिसकी स्थापना भारत के लोगों के लिए की गई है। आपने नेहरू-गांधी परिवार के लिए ट्रस्ट की स्थापना की। नेहरू और सोनिया गांधी पीएम नेशनल रिलीफ फंड के सदस्य रहे हैं। इस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नेहरू जी ने 1948 में एक शाही आदेश की तरह प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष बनाने का आदेश दिया था लेकिन उसका पंजीकरण आज तक नहीं हो पाया है। एफसीआरए को मंजूरी कैसे मिली?
अधीर रंजन चौधरी की आपत्तिजनक टिप्पणी
इससे पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही को आधे घंटे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
स्पीकर ओम बिरला पर लगाया आरोप
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष बीजेपी सदस्यों का बचाव कर रहे हैं। बनर्जी ने कहा कि अध्यक्ष हमेशा विपक्षी सदस्यों को रोकते हैं। बनर्जी ने यहां तक कहा दिया कि अगर अध्यक्ष उन्हें निलंबित करना चाहते हैं, तो वो इसके लिए तैयार हैं, लेकिन वे इस तरह के व्यवहार को अब बर्दाश्त नहीं कर सकते। अधीर रंजन चौधरी ने भी कल्याण बनर्जी का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि नव निर्वाचित सदस्य भी विपक्षी सदस्यों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
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