नायडू ने रखी राज्यसभा कर्मचारियों के लिये आवासीय परिसर की आधारशिला
नई दिल्ली,10 अगस्त (आरएनएस)। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने राज्यसभा कर्मचारियों के लिये यहां 46 करोड़ रुपये की लागत वाले एक अवासीय परिसर की सोमवार को आधारशिला रखी। हालांकि, उन्होंने परियोजना आरंभ करने में विलंब को लेकर चिंता भी प्रकट की।
इस परियोजना के लिये आर के पुरम में 2003 में भूमि आवंटित की गई थी। संसद के उच्च सदन (राज्यसभा) के सभापति नायडू ने एक डिजिटल कार्यक्रम के दौरान कहा कि इस आवासीय परियोजना को शुरू करने में 17 साल का लंबा समय लगा। इसके चलते राज्यसभा सचिवालय के लिये इसकी लागत बढ़ गई, जो टाली जा सकती थी। एक बयान के मुताबिक उन्होंने सामाजिक-आर्थिक-कानूनी-प्रशासनिक मकड़ जाल का भी जिक्र किया, जिसके परिणामस्वरूप बहुमूल्य भूमि संसाधन का उपयोग नहीं हो पाया तथा भूमि उपयोग की राह में आड़े आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिये उन्होंने पिछले दो वर्षों में विभिन्न अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठक भी की। नायडू ने इस बात का जिक्र किया कि यदि 2003 में राज्यसभा सचिवालय को आवंटित 8,700 वर्ग मीटर भूमि को समय से उपयोग में ले आया गया होता, तो सचिवालय को आवास किराया भत्ता के रूप में काफी लाभ हुआ होता। इसके अलावा आवासीय परियोजना में निवेश का बड़ा हिस्सा अब तक वसूल हो गया होता। उन्होंने राज्यसभा टीवी (आरएसटीवी) चैनल को एनडीएमसी परिसर में रखने के लिये सचिवालय द्वारा 30 करोड़ रुपये का सालाना किराये का उल्लेख करते हुए कहा कि इस चैनल को आर के पुरम में स्थित रखने से भी काफी फायदा हुआ होता।
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