लोकतंत्र की दुहाई पर राहुल को दिलाई नेहरू-अब्दुल्ला की याद

0-मामला महबूबा की हिरासत अवधि बढ़ाने का
नई दिल्ली,02 अगस्त (आरएनएस)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की रिहाई को लेकर एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र को उस समय ज्यादा नुकसान पहुंचता है जब भारत सरकार गैरकानूनी तरीके से सियासी दलों के नेताओं को हिरासत में लेती है। ये बेहद खास समय है जब महबूबा मुफ्ती को छोड़ा जाए। राहुल गांधी के इस ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए राहुल गांधी को नेहरू के दौर की याद दिलाने के लिए कहा है।
राहुल गांधी के ट्वीट पर जितेंद्र सिंह ने दी प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट में लिखा, कोई राहुल गांधी को नेहरू के दौर के कुख्यात इतिहास को बताए, तब उन्हें पता चलेगा कि उनके परदादा और तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शेख अब्दुल्ला को करीब दो हजार किलोमीटर दूर तमिलनाडु में 12 साल तक हाउस अरेस्ट किया था। जितेंद्र सिंह ने राहुल गांधी के लोकतंत्र वाले ट्वीट पर ये जवाब दिया है।
जितेंद्र सिंह ने किया शेख अब्दुल्ला के हाउस अरेस्ट का जिक्र
दरअसल, पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की हिरासत को बढ़ा दिया गया है। पिछले साल जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती हिरासत में हैं। इस बीच लगातार उनके परिवार की ओर से उन्हें रिहा करने की मांग की जा रही है। लेकिन अब एक बार फिर से तीन महीने के लिए उनकी हिरासत बढ़ाए जाने पर कांग्रेस की ओर से आवाज उठाई गई है।
महबूबा मुफ्ती की रिहाई की उठी मांग
एक दिन पहले चिदंबरम ने महबूबा मुफ्ती की रिहाई की मांग की। चिदंबरम ने शनिवार को ट्वीट में कहा कि क्कस््र के तहत महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी का विस्तार कानून का दुरुपयोग है और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है। 61 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री, चौबीस घंटे सुरक्षा गार्ड से संरक्षित व्यक्ति, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा कैसे है? हमें सामूहिक रूप से अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए और महबूबा मुफ़्ती को रिहा करें की मांग करनी चाहिए। इस बीच रविवार को राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया। जिस पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पलटवार किया।
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