एम्स की 400 नर्सों के हड़ताल पर जाने से मरीजों को हो रही परेशानी
पटना, 23 जुलाई (आरएनएस)। कोविड-19 के चलते समूचे देश के साथ बिहार भी बेहाल है। हालत यह है कि मरीजों को बेड तक मिलना मुश्किल हो रहा है। ऊपर से बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं लोगों के लिए मुसीबत बन रही हैं। इस मुश्किल घड़ी के बीच, पटना स्थित एम्स की 400 संविदा नर्सें हड़ताल पर चली गई हैं, जिससे मरीजों की परेशानी और बढ़ गई है। हड़ताल पर गईं नर्सें अपनी नौकरी की सुरक्षा, वेतन वृद्धि, हेल्थ इंश्योरेंस और स्थायी कर्मचारियों की तरह छुट्टी जैसे कई सुविधाएं मांग रही हैं।
बता दें कि पटना एम्स बिहार का इकलौता केंद्रीय हॉस्पिटल है, जहां कई वीवीआईपी कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। ऐसे में हड़ताल से हालत बिगड़ सकते हैं। एम्स प्रशासन कहना है कि हमने कुछ मांगों को मान लिया है। हालांकि अभी भी नर्सों की हड़ताल जारी है। इसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 30 हजार 369 को पार कर गया है, जिसमें 217 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से अब तक 19 हजार से अधिक मरीज जंग जीत चुके हैं, जबकि 10 हजार से अधिक मरीज अभी भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। दो दिन पहले बीजेपी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह की मौत हुई थी और अब बुधवार को आरजेडी नेता राजकिशोर यादव का निधन हो गया है। राजकिशोर दानापुर सीट से आरजेडी के प्रत्याशी रहे हैं और उनकी लालू यादव के करीबी नेता के तौर पर गिनती होती थी।
यही नहीं, बिहार सरकार के मंत्री विनोद कुमार सिंह, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, जदयू नेता अजय आलोक और रामकृपाल यादव के अलावा कई बड़े नेता कोरोना की जद में आ चुके हैं। इन नेताओं के साथ उनके घरवाले भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे हालात के बीच एम्स जैसे चिकित्सा संस्थान में हड़ताल से मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
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