पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र परिषद एजेंडा पर विश्व को दिया कड़ा संदेश
नई दिल्ली,18 जुलाई (आरएनएस)। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद एजेंडा के स्वरूप पर कड़ा संदेश दिया है। जयशंकर ने कहा कि भारत की भूमिका और योगदान पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कड़ा संदेश:ईसीओएसओसी एजेंडा के स्वरूप पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वासÓ- बिना किसी को पीछे छोडऩे की प्रतिबद्धता के साथ।
संयुक्त राष्ट्र की प्रासंगिकता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए वैश्विक बहुक्षीय व्यवस्था में सुधार के पीएम मोदी के आह्वान को भी रेखांकित किया। जयशंकर ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को जनता का आंदोलन बनाना। 300 बिलियन डॉलर्स से ज्यादा का आर्थिक पैकेज। वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ एकीकृत एक आत्मनिर्भर भारत का विजन और संयुक्त राष्ट्र में सुधार। गौरतलब है कि शुक्रवार को अपने संबोधन में पीएम मोदी ने ईसीओएसओसी और संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्य का समर्थन और कैसे भारत के घरेलू एजेंडा को लेकर प्रयास कर रहे हैं, के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज घरेलू प्रयासों से 2030 के एजेंडे और सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम फिर से शांतिपूर्वक अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं। भारत अन्य विकासशील देशों के सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में भी मदद कर रहा है। पीएम मोदी ने भारत के लक्ष्य पर जोर देते हुए कहा था-सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, किसी को पीछे न छोडऩे को प्रतिध्वनित करता है। पीएम ने भारत में स्वच्छता का दायरा बढ़ाने, प्राथमिक और उच्च शिक्षा में लैंगिक समानता लाने और वित्तीय समावेशन के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों के बारे में विस्तार से बात की।
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