मजबूत विपक्ष के लिए राहुल गांधी का नेतृत्व जरूरी : विकास उपाध्याय
0-गांधी परिवार पर आरोप लगाने वालों को विकास ने दिया करारा जवाब
0-मोदी जी ने जितने वायदे किए वो उन्हें परेशान करने के लिए काफी हैं
0-चांस को सफ लता में बदल देने कि जो कला हमारे मुख्यमंत्री में है वो और किसी में नही
0-नई जिम्मेदारी के लिए पूरी तरह से सजग
रायपुर, 18 जुलाई (आरएनएस)। आज देश में जिस तरह की चुनौतियां हैं, उन चुनौतियों के बीच राहुल गांधी ही एक मात्र नेता है जो मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, कांग्रेस पार्टी को उनकी जरूरत है और मेरी भी मांग है कि कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में उनकी फिर से ताजपोशी होनी चाहिए। गांधी परिवार लोकतांत्रिक वंशवाद का उदाहरण है। वो चुनाव लड़कर आते हैं, चुनाव में हारते और जीतते हैं। अपने हैसियत का बैक डोर से फ ायदा उठा कर राजनीति नहीं करते।
उक्त बातें छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त संसदीय सचिव और विधायक विकास उपाध्याय ने आज अपने निवास में आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। श्री उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को आस बंधी है कि आखिरकार राहुल गांधी ही ऐसे नेता हैं जो 24 घंटे काम करने के साथ ही सबसे दोस्ताना व्यवहार रखते हैं। विकास उपाध्याय ने कहा नए दौर की राजनीति में अनुभव और जोश का संगम बहुत जरूरी है। पुराने नेताओं के साथ-साथ युवाओं को नए दौर की राजनीति के साथ तैयार करना जरूरी है, तो राहुल गांधी की ताजपोशी अध्यक्ष रूप में भी जरूरी है और वे इसकी माँग करते हैं। विकास ने कहा राहुल गांधी को आज देश की जनता तो गंभीरता से ले ही रही है। इसके साथ ही मोदी सरकार भी उनके द्वारा पूछे गए विदेश नीति खास कर चाइना के मामले में एक-एक सवाल का जबाब देने मजबूर है। कल ही कि बात है राहुल गांधी ने एक वीडियो जारी कर समझाते हैं एक देश को एक साथ कई चीज़ों की वजह से सुरक्षा मिलती है। इसमें पड़ोसियों और दूसरे मुल्कों के साथ उसके संबंध, अपनी ख़ुद की अर्थव्यवस्था और देश के नागरिकों की भावना और सोच शामिल हैं।
वो कहते हैं, दूसरे देशों के साथ हमारे संबंध बीते छह सालों में बिगड़े हैं. कई देशों के साथ हमारे रणनीतिक तौर पर अहम रिश्ते थे लेकिन अब तो रिश्ते लेन-देन तक सीमित हो गए हैं. पड़ोसी मुल्कों के साथ-साथ विदेशी मुल्कों के साथ हमारे रिश्ते बिगड़ गए हैं। आज हमारे देश की अर्थव्यवस्था की हालत सही नहीं है, न ही दूसरों के साथ हमारे संबंध पहले जैसे रह गए हैं. ऐसे में चीन से सोचा कि यही सही वक्त है जब भारत के खिलाफ लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल को लेकर आक्रामक हुआ जा सकता है। इस गंभीर सवाल पर विदेश मंत्री को 10 ट्वीट कर सफ ाई देनी पड़ी है।
केन्द्र सरकार पर साधा निशाना :
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने पत्रकारों से आज बहुत ही साफ तौर पर बात कर रहे थे और पीएम मोदी को लेकर ये भी कहा मोदी निर्विवाद रूप से देश के सबसे बड़े नेता हैं लेकिन अब भी उनके प्रभाव का विस्तार पूरे देश में नहीं है। विकास ने आगे कहा मोदी ने चुनाव से पहले और चुनाव के बाद जितने वादे किए हैं, जितनी उम्मीदें जगाई हैं, उनकी लिस्ट ही मोदी को परेशान करने के लिए काफ ी है, उसके लिए किसी राहुल की ज़रूरत नहीं है। ज़ाहिर है, देश को चमकाने के, रोजग़ार के, काला धन वापस लाने के, किसानों की आमदनी दोगुनी करने, मेक इन इंडिया के, स्मार्ट सिटी बसाने जैसे सारे वादे अधूरे पड़े हैं। विकास उपाध्याय ने ये भी कहा मोदी नहीं तो फि र कौन? ये सवाल पूछने वाले भूल रहे हैं कि देश में अब भी संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था है, राज्यों में पचासों राजनीतिक दल सक्रिय हैं, भले मोदी की तरह एक चेहरा न दिख रहा हो लेकिन मोदी विरोधी गठबंधन के उभरने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
राज्य सरकार रख रही सबका ध्यान :
संसदीय सचिव श्री उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धि के साथ-साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लेकर बड़ी बात कही। श्री उपाध्याय ने कहा कि चांस को सफ लता में बदल देने,कि जो कला हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में है वो और किसी में नही है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा की राजनीति क्रिकेट से भी ज्यादा अनिश्चितताओं का खेल है, बावजूद भूपेश बघेल ने अपने काबिलियत के दम पर उन अनिश्चितताओं को ही पनपने नहीं दिया। विकास उपाध्याय कहते हैं भूपेश बघेल कांग्रेस के एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने सचमुच जमीन से लेकर आसमान तक अपना रास्ता खुद बनाया है। विकास ने कहा अगर सरकारें अपने बेहतर प्रशासन और योजनाओं से साबित कर दे कि वो लोगों को बेहतर जिंदगी दे सकती है तो शायद लोग दूसरी सरकारों की ओर एक बार भी रुख नहीं करेंगे और यही बात छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार कर रही है। विपक्ष के लिए अब रह गया है तो बस वक्त बदलेगा, सरकार ग़लती करेगी और हमारा भी वक्त आएगा, जैसी बातें जो अब कभी नहीं आने वाला।
नई जिम्मेदारी के प्रति पूरी तरह से सजग :
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा कि संसदीय सचिव के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है उसके प्रति वे पूरी तरह से सजग हैं। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें कोई जिम्मेदारी दी गई हैं तो उसकी ठोस वजह है और वो ये है कि सरकार का सकारात्मक और जन कल्याणकारी प्रयोग आम जनता को दिखे। सिर्फ कागजों में न रहे। मैं सरकार की उन सभी योजनाओं को एक-एक घर, एक- एक व्यक्ति तक पहुंचाने पूरे प्रदेश का लगातार दौरा करूँगा। खास कर जिस क्षेत्र को आज भी पिछड़ा कह कर पुकारा जाता है, ऐसे पूरे बस्तर क्षेत्र का काया कल्प मेरी प्राथमिकता में होगी। विकास उपाध्याय ने ये भी कहा अधिक से अधिक युवाओं को वे कैसे रोजगार मुहैया करा सकें इस बात पर उनका फ ोकस ज्यादा रहेगा।
दिनेश सोनी
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