बहादुर सैनिकों की तरह कोरोना से संघर्ष कर रहे है
०विभिन्न देशों के लोगों ने राहुल गांधी को बताया
नई दिल्ली, 01 जुलाई (आरएनएस)। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अनु रागनात न्यूजीलैंड, नरेन्द्र सिंह आस्ट्रेलिया शेर्ली मोल पुर्वाडी यू.के.तथा एम्स दिल्ली में कार्यरत विपिन कृष्णन से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सभी चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कोविड-19 और देश-विदेश में हो रहे उनके बचाव पर लम्बी बातचीत की। नरेन्द्र ने राहुल से चर्चा में कहा कि आकलैंड, क्रिस्टचर्च, हैमिल्टन जैसे शहरों में बहुत भीड़ है। अमर न्यूजीलैण्ड के लोग लापरवाह होते तो बीमार लोगों की संख्या बढ़ सकती थी। प्रधानमंत्री जेसिंडा के आत्मबल के कारण आस्ट्रेलिया की स्थिति नियंत्रित है। शेर्ली ने कहा कि वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की देखभाल करने का एक नया अनुभव था। मरीजों से सतर्कतापूर्वक व्यवहार करना पड़ता है। विपिन ने बताया कि वे इन दिनों पत्नी सहित क्वारंटाईन में हंै। उन्होंने बताया कि मरीजों की तुलना में चिकित्साकर्मी कम पड़ रहे हैं। हजार मरीज के अनुपात में एक डॉक्टर और तीन नर्स ही उपलब्ध हैं। इसके बाद भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। भारत में सरकारी और निजी अस्पताल में काफी अंतर है। राहुल ने उन लोगों से पूछा कि सुरक्षा के लिए क्या करना होगा। इस पर उनका कहना था दिन में बार-बार हाथ धोना, पीपीई किट पहनना, हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नर्स और डॉक्टर भारत सरकार की जोखिम की श्रेणी में नहीं आते बहादुर सैनिकों की तरह आगे रहकर हम स्वास्थ्यकर्मियों के रुप में कोविड-19 से संघर्ष कर रहे है। राहुल गांधी से चर्चा के दौरान सभी ने अपनी पारिवारिक सन्दर्भों में भी विस्तृत चर्चा की। अनु ने राहुल को उनके संसदीय क्षेत्र वायनाड में किए कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया।