पाकिस्तानी उच्चायोग के आधे कर्मचारियों की होगी घर वापसी

0-जासूसी और आतंकी नेटवर्क को मदद से नाराज भारत ने लिया फैसला
0-पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायोग से भी बुलाएगा 50 फीसदी कर्मचारी
0-उप राजदूत को तलब कर एक हफ्ते मेंं फैसले पर अमल का दिया निर्देश
नई दिल्ली,23 जून (आरएनएस)। बीते दिनों पाकिस्तान स्थित अपने उच्चयोग के अधिकारियोंं का बंदूक केबदल पर अपहरण और उन्हें प्रताडि़त करने के मामले में भारत ने कड़ा संज्ञान लिया है। भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग और पाकिस्तान स्थित अपने उच्चायोग के कर्मचारियों की संख्या आधी करने का फैसला किया है। बुधवार को विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उप राजदूत को तलब कर एक हफ्ते के अंदर इस फैसले पर अमल करने का निर्देश दिया है। इस दौरान भारत ने पाकिस्तानी उच्चयोग से जुड़े राजनयिकों के जासूसी करने और आतंकी नेटवर्क के संपर्कमें रहने पर कड़ा एतराज जताया।
इस फैसले की जानकारी देते हुए भारत ने कहा है कि पाकिस्तान और उसके उच्चायोग के अधिकारियों का व्यवहार न तो वियना कन्वेंशन के अनुरूप नहीं है। पाकिस्तानी उच्चयोग के कर्मचारी जासूसी करने और भारत विरोधी आतंकी नेटवर्क का समर्थन करने, उनके संपर्क मेंं रहने जैसे कार्यों में लिप्त हैं। उच्चयोग के कर्मचारी पाकिस्तान की सीमा पार हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करने की अपनी सरकार की नीति के पोषक हैं। यह न तो वियना कन्वेशन और न ही द्विपक्षीय संबंधों के अनुरूप है।
इसी के मद्देनजर सरकार ने नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी तक कम करने का निर्णय लिया है। यह पारस्परिक रूप से उसी अनुपात में इस्लामाबाद में अपनी उपस्थिति को कम करेगा। पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को बता दिया गया है कि इस फैसले को सात दिनों के अंदर लागू किया जाना है।
गौरतलब है कि बीते दिनों पाकिस्तान उच्चायोग के दो राजनयिकों को बीते 31 मई को जासूसी करते रंगे हाथोंं पकड़ा गया था। इसके बाद इन राजनयिकोंं को निष्कासित कर पाकिस्तान भेज दिया गया। इस घटना के कुछ दिनोंं बाद पाकिस्तान ने अपने यहां भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारियों का बंदूक के बल पर अपहरण कर उसे बुरी तरह टॉर्चर किया था। इसकेबाद भारत ने कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला किया।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी पाकिस्तानी उच्चायोग के दो राजनयिकों का हवाला देते हुए कह कि उनके अधिकारी ऐसे कार्यों में लिप्त थे जो उच्चायोग में राजनयिकोंं को मिले विशेषाधिकार हासिल करने के अनुरूप नहीं थे। यह जानते हुए भी पाकिस्तान ने बदले की भावना से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को उनके वैध राजनयिक कार्यों को करने से रोकने के लिए निरंतर अभियान में लगे हुए हैं। इसी क्रम मेंं दो भारतीय अधिकारियों का बंदूक की नोक पर हाल ही में अपहरण कर शारिरिक यंत्रणा दी गई। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान किस दिशा में चला गया है। मंगलवार को भारत लौटने वाले इन अधिकारियों ने पाकिस्तानी एजेंसियों के हाथों हुए बर्बर व्यवहार का पूरा विवरण दिया है।
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