हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च: मोदी

नई दिल्ली ,17 जून (आरएनएस)। भारत माता के वीर सपूतों ने गलवान वैली में हमारी मातृभूमि की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। मैं देश की सेवा में उनके इस महान बलिदान के लिए उन्हें नमन करता हूं, उन्हें कृतज्ञतापूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं।
दु:ख की इस कठिन घड़ी में हमारे इन शहीदों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। आज पूरा देश आपके साथ है, देश की भावनाएं आपके साथ हैं। हमारे इन शहीदों का ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। चाहे स्थिति कुछ भी हो, परिस्थिति कुछ भी हो, भारत पूरी दृढ़ता से देश की एक-एक इंच जमीन की, देश के स्वाभिमान की रक्षा करेगा। भारत सांस्कृतिक रूप से एक शांति प्रिय देश है। हमारा इतिहास शांति का रहा है। हमने हर युग में पूरे संसार की शांति की, पूरे मानवता के कल्याण की कामना की है। हमने हमेशा से ही अपने पड़ोसियों के साथ एक सहयोग और दोस्ती के तरीके से मिलकर काम किया है। हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है। जहां कहीं हमारे मतभेद भी रहे हैं, हमने हमेशा ही ये प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बनें और अलग विवाद में न बदलें। उन्होंने कहा कि हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं। जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है। हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता है। इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिए। भारत शांति चाहता है लेकिन भारत को उकसाने पर हर हाल में निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई है। बैठक की शुरुआत पीएम मोदी ने चीन सीमा पर हुई हिंसक झड़प में भारतीय जवानों की शहादत को सलाम किया। पीएम मोदी ने कहा कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। किसी को भ्रम, संदेह नहीं होना चाहिए। उकसाए जाने पर भारत यथोचित जवाब देने में सक्षम है। भारत शांति चाहता है, लेकिन जवाब देना भी जानता है। भारत अपनी अखंडता से समझौता नहीं करेगा। हमारे जवान मारते-मारते मरे हैं।
शब्दों में बयान नहीं कर सकते जवानों को खोने का दर्द : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, गलवां घाटी में हमारी मातृभूमि की रक्षा कर रहे हमारे बहादुर जवानों को खोने का दर्द शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। देश हमारे अमर शहीदों को सलाम करता है जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। उनकी बहादुरी यह दर्शाती है कि भारत अपनी भूमि के लिए कितना प्रतिबद्ध है।
देश नहीं भूलेगा बलिदान: राजनाथ
चीन के साथ लद्दाख की गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के सीओ रैंक के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हो गए। सेना ने इसकी पुष्टि की। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि देश इन वीर जवानों का बलिदान कभी नहीं भूलेगा। रक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मैं शहीद हुए सैनिकों के परिवारों के साथ खड़ा हूं। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत की वीरता के शौर्य और साहस पर गर्व है। राजनाथ ने कहा कि गलवां घाटी में सैनिकों की शहादत परेशान करने वाली और दुखदायी है। हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता को प्रदर्शित किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया।
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