पांच राज्यों में कोरोना से निपटने बनेगी खास रणनीति
0-दिल्ली, महाराष्टï्र, हरियाणा, प. बंगाल और जम्मू कश्मीर पर केंद्र की नजर
0-इन राज्यों में स्वस्थ होने की धीमी रफ्तार ने बढ़ा दी है चिंता
0-पीएम ने मंत्रियों-अधिकारियों के साथ की उच्च स्तरीय बैठक
0-टेस्टिंग और बिस्तरों की संख्या बढ़ाने पर हुई बात
नई दिल्ली,13 जून (आरएनएस)। कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार अब इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित पांच राज्यों और बड़े शहरों के लिए खास रणनीति बनाएगी। देश में कोरोना मरीजों की संख्या तीन लाख का आंकड़ा पार कर जाने और प्रतिदिन नए मामलों की संख्या दस हजार पार करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दो वरिष्ठï मंत्रियों और अधिकारियों के साथ शनिवार को भावी रणनीति पर चर्चा की। गौरतलब है कि पीएम अगले हफ्ते सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी बैठक करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस बैठक में पीएम ने गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, अपने प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, स्वास्थ्य सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक के साथ इस वायरस से जुड़े सभी पहलुओं पर बातचीत की। बैठक में अगले दो महीने के अनुमान, प्रतिदिन के मामलों में हो रही बढ़ोत्तरी के अनुरूप टेस्टिंग और बिस्तरों की संख्या पर चर्चा की।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों और बड़े शहरों के लिए अलग से रणनीति बनाने पर विमर्श हुआ। तय किया गया कि कोरोना से निपटने के लिए महाराष्टï्र, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ इंदौर जैसे चुनिंदा शहरों केलिए अगल से रणनीति बनाई जाए। गौरतलब है कि कोरोना के दो तिहाई मामले पांच राज्यों और इन राज्यों केबड़े शहरों तक ही सीमित हैं। यही वे राज्य हैं जहां स्वस्थ होने की दर बढऩे के बदले लगातार कम हो रही है। ऐसे में बैठक में इन राज्योंं की स्थितियों के अनुरूप कोरोना संक्रमण की संख्या कम करने की रणनीति पर चर्चा हुई। अब पीएम अगले हफ्ते राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत के बाद नई रणनीति पर अमल का सिलसिला शुरू करेंगे।
रिकवरी राहत के संकेत
पीएमओ सूत्रों के मुताबिक बैठक में स्वस्थ होने की दर पर भी चर्चा हुई। कई राज्यों में स्वस्थ होने की दर में सुधार पर संतुष्टिï जाहिर करते हुए वहां इस दर में और सुधार लाने के उपायों पर मंथन हुआ। इस समय देश के 13 राज्य ऐसे हैं जिसकी स्वस्थ होने वालों की संख्या बचे हुए संक्रमित मामलों की संख्या से ज्यादा हो गया है। राहत की बात यह है कि इनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित होने वाले राज्य भी शािमल हैं।
चिंता महाराष्टï्र और दिल्ली की
केंद्र सरकार की चिंता मुख्य रूप से दिल्ली और महाराष्टï्र को ले कर है। यहां स्वस्थ होने की दर में सुधार नहीं हो रहा रहा है। महाराष्टï्र में अब भी स्वस्थ होने वालों से संक्रमित होने वाली संख्या बहुत ज्यादा है। यही स्थिति दिल्ली की है। इन राज्यों में जहां 47796 और 13398 लोग स्वस्थ हुए हैं, वहीं संक्रमित लोगों की संख्या क्रमश: 53345 और 22826 है। पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर और हरियाणा में भी स्वस्थ होने वालोंं से संक्रमित होने वालों की संख्या ज्यादा है।
इन राज्यों में ब्रेक लगने से ही बदलेगी तस्वीर
केंद्र सरकार की रणनीति है कि दूसरे राज्यों भी स्वस्थ होने की दर में इतनी बढ़ोत्तरी की जाए कि यह संख्या संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या से ज्यादा हो जाए। बैठक में इसी रणनीति को अमली जामा पहनाने पर चर्चा हुई। पीएम राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक से पहले इस रणनीति को अमल में लाने केलिए अगले दो दिनों में कई और विशेषज्ञों से बातचीत करेंगे।
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