कोरोना पर स्वस्थ होने की दर सुधरकर 48.19 प्रतिशत हुई
नईदिल्ली,01 जून (आरएनएस)। भारत सरकार कोविड-19 की रोकथाम, उसे फैलने से रोकने और उसके प्रबंधन के लिए एक श्रेणीबद्ध, पूर्व-नियोजित और व्यावहारिक दृष्टिकोण के माध्यम से, राज्यों / संघ राज्य क्षेत्रों के साथ कई कदम उठा रही है। उच्चतम स्तर पर इनकी नियमित रूप से समीक्षा और निगरानी की जा रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से संक्रमित 4,835 मरीजों का इलाज हो चुका है। अत: अब तक कुल 91,818कोविड मरीज ठीक हो चुके हैं। देश में इलाज के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की कुल दर तेजी से बढ़ रही है और यह 48.19 प्रतिशत हो गई है।इलाज के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की दर 18 मई को 38.29 प्रतिशत थी। 3 मई को यह 26.59 प्रतिशत थी और 15 अप्रैल को यह 11.42 प्रतिशत थी।
वर्तमान में देश में सक्रिय चिकित्सा निगरानी के अंतर्गत आने वाले मामलों की संख्या 93,322 है। एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों की अनुपात दर (केस फेटेलिटी रेट) 2.83 प्रतिशत है। 18 मई को यह 3.15 प्रतिशत था। 3 मई को 3.25 प्रतिशत और 15 अप्रैल को 3.30 प्रतिशत था। देश में एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों के अनुपात में लगातार गिरावट आ रही है। कम मृत्यु दर का कारण निगरानी, समय पर मरीज की पहचान और मामलों का क्लीनिकल प्रबंधन करना है।
दो विशेष बातें नोटिस की जा सकती हैं, एक तरफ ठीक होने की दर बढ़ रही है, दूसरी तरफ एक निश्चित अवधि में बीमारी से संक्रमित कुल लोगों की तुलना में मरने वालों की अनुपात की दर गिर रही है।
देश में 472 सरकारी और 204 निजी प्रयोगशालाओं (कुल 676 प्रयोगशालाएं) के साथ जांच क्षमता में बढ़ोतरी हुई है। कोविड-19 के लिए 38,37,207 संचयी नमूनों की अब तक जांच हो चुकी है जबकि 1,00,180 नमूनों की कल जांच की गई।
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