मच्छरों के काटने से नहीं फैलता कोरोना
नई दिल्ली,26 मार्च (आरएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद फैले कुछ मिथकों को दूर करते हुए कहा कि इसका संक्रमण मच्छर के काटने से नहीं फैलता है। इस धारणा पर कि हर किसी को खुद को इस वायरस से बचाने के लिए मास्क पहनना चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ऐसे लोगों को मास्क पहनना चाहिए जिनमें बुखार, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण हैं या वे स्वास्थ्य कर्मी हैं या पृथक इकाइयों की देखभाल करने का काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने इस वायरल संक्रमण के बारे में अफवाहों और गलत सूचनाओं को दूर किया जिसने भारत में 10 लोगों की जान ले ली है और 600 से अधिक लोगों को संक्रमित किया है। मंत्रालय ने कहा कि यह एक मिथक है कि केवल कोविड-19 के लक्षणों वाले लोग ही इस बीमारी को फैला सकते हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक ऐसे लोग भी कोविड-19 संक्रमण फैला सकते हैं जो इससे संक्रमित हैं लेकिन उनमें बीमारी के कोई भी लक्षण नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा कि यह एक मिथक है कि लहसुन खाने और शराब का सेवन करने से कोरोना वायरस को रोका जा सकता है। उसने कहा कि लहसुन खाने और शराब पीने से कोविड-19 को नहीं रोका जा सकता।
अखबार छूने से कोरोना वायरस नहीं फैलता
कोरोना वायरस (कोविड-19) संकट में अखबार अपने पाठकों के लिए प्रतिबद्ध हैं। अखबारों के जरिए कोरोना वायरस (कोविड-19) नहीं फैलता। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइंस के मुताबिक अखबार जैसी चीजें लेना सुरक्षित है। मॉर्डन प्रिंटिंग तकनीक पूरी तरह ऑटोमेटेड है। व्यावसायिक सामान के दूषित होने की संभावना कम है। इसमें हाथों का इस्तेमाल नहीं होता। अखबार बांटने वाली हॉकर सप्लाई चेन पूरी तरह सैनिटाइज्ड होती है।
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