दोनों सदनों में दी गई शहीदों को श्रद्धांजलि
नयी दिल्ली,13 दिसंबर (आरएनएस)। संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले की 18वीं बरसी पर शुक्रवार को दोनों सदनों में संसद की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान करने वाले सुरक्षाकर्मियों और संसद कर्मियों सहित अन्य को श्रद्धांजलि दी गई तथा आतंकवाद का पूरी दृढ़ता के साथ मुकाबला करने का संकल्प दोहराया गया।लोकसभा में बैठक शुरू होने पर सदन के अध्यक्ष ओम बिरला ने और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले का जिक्र किया।दोनों ही सदनों में, सदस्यों ने आतंकियों की गोलीबारी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में कुछ पलों का मौन रखा गया।
संसद परिसर में श्रद्धांजलि सभा
इससे पहले संसद भवन परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद मनमोहन सिंह और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।उल्लेखनीय है कि 18 साल पहले आज ही के दिन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों ने संसद पर हमला करते हुए गोलीबारी की थी जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में ये आतंकवादी मारे गए थे।आतंकियों की गोलीबारी में जान गंवाने वालों में दिल्ली पुलिस के पांच जवान, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक महिलाकर्मी, संसद परिसर में तैनात एक वॉच एंड वार्ड कर्मचारी और एक माली शामिल थे। गोलीबारी में समाचार एजेंसी एएनआई के एक छायाकार की भी मौत हुई थी।
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