आतंकवाद के खतरों से मिलकर निपटेंगे भारत-जर्मनी: मोदी

नई दिल्ली ,01 नवंबर (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत और जर्मनी मिलकर आतंकवाद और उग्रवाद जैसे खतरों से निपटेंगे। वहीं दोनों देश पर्यावारण को बचाने के लिए भी काम करेंगे।
भारत के दौरे पर आई जर्मन चांसलर डॉ. मार्केल के साथ नई दिल्ली में शुक्रवार को हुए समझौतों पर हस्ताक्षर होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते कहा कि जर्मन चांसलर डॉ. मर्केल को जर्मनी और यूरोप ही नहीं, बल्कि विश्व की लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रमुख नेताओं में गिना जाता है। पिछले लगभग डेढ़ दशक से चांसलर के रूप में मर्केल ने भारत-जर्मनी संबंधों को प्रगाढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हर दो साल के अंतराल पर होने वाली तीन आईजीसी की बैठकों में चांसलर मर्केल के साथ भाग लेने का मुझे सौभाग्य मिला है। इस अनूठे तंत्र से हर क्षेत्र में हमारा सहयोग और भी गहरा हुआ है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में शुक्रवार को भारत और जर्मन के बीच जिन समझौतों आदि पर हस्ताक्षर हुए हैं, वे इस बात का प्रतीक हैं। पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 में स्वतंत्र भारत 75 वर्ष का हो जाएगा, तब तक हमने नए भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि इस बहुआयामी प्रयास में भारत की प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के लिए जर्मनी जैसे प्रौद्योगिकीय और आर्थिक क्षेत्र के शक्तिशाली देश की क्षमताएं उपयोगी साबित होंगी।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद जैसे खतरों से निपटने के लिए हम द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को और घनिष्ठ बनाएंगे। पीएम ने कहा कि निर्यात नियंत्रण नियम और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों में भारत की सदस्यता को लेकर सशक्त समर्थन देने के लिए हम जर्मनी के आभारी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत और जर्मनी नई और उन्नत प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, कौशल, शिक्षा, साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे संबंधों का आधार लोकतंत्र और कानून का शासन हैं, यही कारण है कि हम दुनिया के प्रमुख मुद्दों पर समान विचार साझा करते हैं। हम आतंकवाद से लडऩे के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को और अधिक मजबूत करेंगे।
जर्मनी में पढ़ रहे बीस हजार भारतीय: मार्केल
जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि दोनों ही देश सतत विकास और जलवायु संरक्षण पर बहुत बारीकी से काम करने का इरादा रखते हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी में बीस हजार भारतीय नागरिक अध्ययन कर रहे हैं। हम इस संख्या को और भी बढ़ते देखना चाहेंगे। जब व्यावसायिक प्रशिक्षण की बात आती है, तो हम शिक्षकों का भी आदान-प्रदान करना चाहते हैं। बता दें, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केला दो द्विवसीय दौरे पर भारत आई हुई हैं।
मेक इन इंडिया पर गंभीर है भारत: मार्केल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के बीच बातचीत के बाद भारत, जर्मनी ने पांच संयुक्त आशय पत्रों (ज्वाइंट डिक्लरेशन ऑफ इंटेंट) पर दस्तखत किए। यहां मार्केल ने कहा कि जर्मनी और भारत के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर इस बात का सबूत हैं कि नयी और उन्नत प्रौद्योगिकी की दिशा में रिश्ते आगे बढ़ रहे हैं। 5जी और कृत्रिम मेधा के क्षेत्र एक चुनौती हैं, इन पर साथ काम करना महत्वपूर्ण है। हम उन बड़ी अवसंरचना परियोजनाओं से जुड़कर खुश होंगे जिनकी भारत परिकल्पना कर रहा है। मार्केल ने कहा कि वे अपने साथ स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज के बिजनेस डेलिगेशन को साथ लाई है ताकि वे भारत में व्यापार कर सकें।
मार्केल ने कहा कि नई दिल्ली मेक इन इंडिया के जरिए भारत को आधुनिक औद्योगिक राष्ट्र बनाने को लेकर गंभीर है। इसके अलावा मार्केल ने यहां कहा कि मर्केल ने कहा कि यहां हमारा गर्मजोशी भरा और उदार स्वागत किया गया जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। भारत का यह मेरा चौथा दौरा है और मैं यहां एक बेहद दिलचस्प कार्यक्रम में शरीक होने वाली हूं। जर्मनी की चांसलर ने कहा, श्जर्मनी और भारत के बीच बेहद करीबी संबंध हैं। हम साझा रूचि के मुद्दों पर बातचीत करेंगे। हमारे बीच कई सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर होंगे और कई समझौते भी होंगे। यह दिखाता है कि हमारे संबंध बहुत गहरे और व्यापक हैं। उधर पीएम मोदी ने कहा कि साल 2022 में भारत की आजादी को 75 साल हो जाएंगे और तब तक हमने न्यू इंडिया के निर्माण का लक्ष्य रखा है। मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार में तेजी लाने के लिये भारत और जर्मनी लगातार सहयोग करते रहेंगे।
राष्ट्रपति भवन में मार्केल का स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल का स्वागत किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि भारत आने पर उन्हें प्रसन्नता का अनुभव हुआ। वह 5वें आईसीजी (अंतर सरकारी विमर्श) के लिए यहां आई हैं। मर्केल ने कहा कि यहां हमारा गर्मजोशी भरा और उदार स्वागत किया गया जिसके लिए वह प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा करना चाहती हैं। भारत का यह मेरा चौथा दौरा है और वह यहां एक बेहद दिलचस्प कार्यक्रम में शरीक होने वाली हैं। मर्केल 5वें आईजीसी की प्रधानमंत्री के साथ सह-अध्यक्षता करेंगी जिसके बाद दोनों नेता प्रेस के लिए बयान जारी करेंगे। उन्होंने शुक्रवार शाम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की।
आज मानेसर जाएंगी मार्केल
शनिवार को जर्मन नेता कारोबारी जगत के प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगी और मानेसर, गुडग़ांव में कॉन्टिनेंटल ऑटोमोटिव कम्पोनेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का दौरा करेंगी। जर्मनी लौटने से पहले, चांसलर द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन भी जाएंगी। दौरे से पहले भारत में जर्मनी के दूत वाल्टर जे लिंडनर ने कहा था कि मोदी और मर्केल के रिश्ते बहुत अच्छे हैं और दोनों किसी भी मुद्दे पर बातचीत कर सकते हैं।
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