रायपुर, 30 जून  (आरएनएस)।  अब समय आ गया है कि हम हम अपनी पुरातन परंपराओं की ओर लौटें साथ ही उसे पूरी तरह क्रियान्वित करें, जिससे हम वातावरण को स्वस्थ, प्रदूषण रहित बनाएं, बीमारियों से बचें और नई पीढ़ी को एक स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करें, जिसमें वे प्राकृतिक रूप से जीवन जीएं। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज अखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार द्वारा वर्चुअल रूप से आयोजित प्राकृतिक खेती कार्यशाला के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। राज्यपाल ने कहा कि गायत्री परिवार पूरे विश्व कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहा है। इसके लिए अलग-अलग प्रकार के आयोजन करता रहता है। उनका उद्देश्य विश्व में एक पवित्र वातावरण का निर्माण करना, पर्यावरण संरक्षण करना तथा नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाना है। प्राकृतिक खेती के लिए ऑनलाईन प्रशिक्षण सराहनीय कार्य है। साथ ही इसका आयोजन ऐसी परिस्थिति में किया गया जब हम सभी ने प्रकृति के अनुकुल कार्य न करने के कारण भयंकर त्रासदी झेली है।